देश के कई राज्यों में होगी भारी बारिश, पूर्वोत्तर के लिए रेड अलर्ट

देश के कई राज्यों में होगी भारी बारिश, पूर्वोत्तर के लिए रेड अलर्ट
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देश के कई राज्यों में इन दिनों बारिश हो रही है, जिसके चलते कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इस बीच मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के सीनियर साइंटिस्ट डॉ नरेश कुमार ने बताया कि अगले 2 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश होने की संभावना है. 12-15 जुलाई के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में भारी वर्षा होने की संभावना है.

नरेश कुमार ने कहा, “बुधवार तक मानसून नॉर्मल पोजीशन पर था. उसके कारण बारिश ज्यादा हो रही थी, लेकिन अब मानसूम नॉर्थ की ओर शिफ्ट हो रहा है. उसके प्रभाव के चलते नॉर्थ के राज्यों में भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिनमें असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं.”

उन्होंने आगे कहा कि वेस्ट जोन में भी भारी बारिश का अनुमान है. इसके अलावा सेंट्रल इंडिया की बात करें तो वहां पर भारी बारिश की आशंका जताई गई है और यह अगले कुछ दिनों तक बरकरार रहेगी. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिनों के बीच बारिश की संभावना है.

आईएमडी के सीनियर साइंटिस्ट ने दिल्ली में उमस भरी गर्मी को लेकर कहा कि मानसून सीजन में ऐसा ही होता है, जो हवाएं आती हैं, उससे बारिश की गतिविधि तो बनी रहती है, लेकिन उमस भरी गर्मी का भी सामना करना पड़ता है. अगल दो दिनों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश का अनुमान है.

आईएमडी ने अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ हल्की से तेज बारिश की संभावना जताई है. पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा में हल्की से तेज बारिश हो सकती है. 11 से 14 जुलाई के बीच उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है.

उत्तर बिहार की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर

नेपाल के तराई इलाकों में हो रही बारिश से उत्तर बिहार के कई जिलों के जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बिहार की सभी नदियां उफनाई हुई हैं. वाल्मीकि नगर बराज के पास गंडक नदी में एक बार फिर से जलस्तर में वृद्धि हुई है, इससे कई जिलों में गंडक का पानी फिर से बढ़ने की आशंका है. गोपालगंज में गंडक नदी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है. इससे जिले के निचले क्षेत्रों में पानी से घिरे कई गांवों के लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. अधिकतर लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ले लिया है.

प्रशासनिक स्तर पर तटबंध की निगरानी बढ़ा दी गई है. पश्चिम चंपारण में भी कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. बाढ़ का पानी पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज के अलावा मधुबनी, सीतामढ़ी, खगड़िया, पूर्णिया सहित उत्तर बिहार तथा सीमांचल क्षेत्रों के अन्य जिलों के कई गांवों में घुस गया है. जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. हालांकि, कई नदियां विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई हैं.

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