इजरायल में मचेगा कोहराम!: अब हिजबुल्लाह की एंट्री ने बनाया हालात को और विस्फोटक

मध्य पूर्व में जारी ईरान-इजरायल संघर्ष अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. आठ दिनों से चल रही इस भीषण जंग में अब तक जहां ईरान को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया, वहीं अब इजरायल पर भी भारी खतरा मंडराने लगा है. इस तनावपूर्ण हालात को और विस्फोटक बना दिया है ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह की खुली एंट्री ने.
हिजबुल्लाह ने किया ईरान का साथ देने का ऐलान
20 जून को हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता नईम कासिम ने बयान देते हुए कहा, “हम न्यूट्रल नहीं हैं. हम ईरान के साथ पूरी ताकत से खड़े हैं।” इस बयान के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि अब इजरायल को दो मोर्चों—ईरान और हिजबुल्लाह—से एकसाथ लड़ाई लड़नी होगी.
इजरायल के लिए बड़ा खतरा
हिजबुल्लाह के पास अनुमानित 1.5 लाख से ज्यादा रॉकेट और मिसाइलें हैं, जो उत्तरी इजरायल को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे पहले गाजा में भी हिजबुल्लाह ने अपनी ताकत का प्रदर्शन कर इजरायली सेना को चुनौती दी थी. अब यह संगठन इजरायल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली की क्षमताओं को और परखने को तैयार है, जो पहले ही ईरानी मिसाइलों को रोकने में नाकाम रही है.
नेतन्याहू ने दी चेतावनी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि अगर हिजबुल्लाह ने ईरान का साथ दिया, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर युद्ध में हिजबुल्लाह सक्रिय रूप से शामिल होता है, तो यह इजरायल के लिए एक नई “कयामत की रात” ला सकता है.
अमेरिका की भूमिका पर नजर
फिलहाल अमेरिका ने इजरायल को समर्थन देने की बात कही है, लेकिन वह अभी सीधे युद्ध में कूदने से बच रहा है. पर अगर ईरान और हिजबुल्लाह एक साथ इजरायल को घेरे में लेते हैं, तो अमेरिका का हस्तक्षेप करना अटल हो सकता है.