अब किरायेदार का सत्यापन नहीं करवाने वाले मालिकों की हो सकती हे गिरफ्तारी ,तोड़े जा सकते हे मकान

ऐसे मकान मालविका को अब सावधान हो जाना किये जो मकान किराए पर तो देते हे मगर पुलिस वेरफिकेशन नहीं कराते .ऐसे मकानों में रहने वाले किरायेदार किसी अपराध में लिफ्ट पाए जाते हे तो फिर मकान मालिकों के खिलाफ पुलिस गिरफ्ताए तक क्र सकती हे व्ही गंभीर अपराधों में जांच में मकान के दस्तावो या निर्माण में कमी पाई जाती हे तो उन्हें गिराया भी जा सकता हे .
भोपाल के टीआईटी कॉलेज की हिंदू छात्राओं से दोस्ती कर फरहान और अली जिन दोस्तों के किराये के कमरों पर ले जाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देते थे, पुलिस उनके मकान मालिकों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
पीड़िताओं द्वारा पुलिस को की गई शिकायत में साफ तौर पर बताया गया है कि फरहान व अली अपने दोस्तों के कमरों में ले जाकर उनसे दुष्कर्म करते थे। इस पर पुलिस ने नबील व अबरार को आरोपित बनाया है और उनमें से एक आरोपित अभी पुलिस रिमांड पर भी है।
जिन मकानों में नबील व अबरार किराये से रहे हैं, पुलिस उनके मकान मालिकों की जांच कर रही है कि क्या उन्होंने किरायेदारों का पुलिस सत्यापन करवाया था या नहीं। अगर सत्यापन नहीं कराया था तो प्रतिबंधात्मक कानून के तहत उन्हें जेल भी भेजा जा सकता है।
अगर भवनों के कागज दुरुस्त नहीं मिले तो प्रशासन ऐसे निर्माण को तोड़ भी सकता है। बता दें कि भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने करीब एक साल पहले किरायेदारों के पुलिस सत्यापन को लेकर एडवाइजरी जारी की थी। साथ ही गंभीर अपराध में लिप्त जिन किरायेदार अपराधियों का मकान मालिकों ने सत्यापन नहीं करवाया, उन पर एफआईआर भी दर्ज की गई है।
क्लब 90 पर भी कार्रवाई की तैयारी
पुलिस टीआईटी कॉलेज के पास स्थित क्लब 90 पर भी कार्रवाई करने की तैयारी में है। आरोप है कि फरहान व अन्य आरोपित हिंदू युवतियों को इसी क्लब में ले जाते थे। सैर सपाटे के बाद वे क्लब के अस्थायी रूम में जाकर बैठते थे।
संदेह के आधार पर पुलिस फरहान को क्राइम रीक्रिएशन के लिए ले जा चुकी है। पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है कि जल्द ही क्लब की भूमिका की जांच होगी और अवैध रूप से संचालन या संदिग्ध गतिविधियां संचालित होने पर कड़ी कार्रवाई होगी।