पीएम मोदी का नादिया दौरे पर बयान और पश्चिम बंगाल पर हमला

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के नादिया में रैली न कर पाने पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि नदिया श्री चैतन्य महाप्रभु की भूमि होने के कारण भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि मौसम के कारण वे रैली में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो पाए, लेकिन रानाघाट में कई मुद्दों को उठाया गया।
प्रधानमंत्री ने नदिया को भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था और सेवा की भावना का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह भूमि दूसरों की सेवा के लिए जानी जाती है, और यह भावना मतुआ समुदाय में भी झलकती है। इसलिए नदिया और पूरे पश्चिम बंगाल के विकास में योगदान देना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
सरकार की विकास पहलें
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पश्चिम बंगाल के लोगों को सशक्त बनाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है। उन्होंने बताया कि 52 लाख घरों को मंजूरी दी गई है और एक करोड़ से अधिक परिवारों को जल जीवन मिशन का लाभ मिला है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सरकार ने कदम बढ़ाए हैं। 13,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं, जबकि 750 से ज्यादा पीएम-बीजेपी केंद्र किफायती दवाइयाँ उपलब्ध करा रहे हैं।
TMC पर तीखा हमला
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों ने जंगल राज की वापसी में दिलचस्पी नहीं दिखाई, और अब पश्चिम बंगाल में TMC के महा जंगल राज से खुद को आजाद करने का समय है। उन्होंने TMC पर आरोप लगाया कि वह केवल भ्रष्टाचार और कमीशन में लगी है और राज्य के विकास में बाधा डाल रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि TMC घुसपैठियों की रक्षा के लिए पूरी ताकत लगा रही है, जबकि यह पश्चिम बंगाल के गरीबों, युवाओं और नारी शक्ति के खिलाफ अत्याचार करने वालों को संरक्षण देती है।
