कर्नाटक में बस कंडक्टर से मारपीट मामले में राजनीति तेज, मंत्री खरगे ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार

कर्नाटक में मराठी में यात्री को जवाब न देने पर बस कंडक्टर से मारपीट के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। राज्य के मंत्री ने ऐसी घटनाओं के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
कर्नाटक के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि एक महिला और एक पुरुष ने टिकट को लेकर बस कंडक्टर से हाथापाई की। वे मराठी में बात कर रहे थे। कंडक्टर ने उनसे कहा कि उसे मराठी समझ में नहीं आती, इसलिए कन्नड़ में बात करो। इसके बाद उस व्यक्ति और कुछ अन्य लोगों ने कंडक्टर की पिटाई कर दी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अब उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि भाजपा ही राज्य में कानून-व्यवस्था बिगाड़ रही है। वे ही इन चीजों को प्रोत्साहित करते हैं और इनका राजनीतिकरण करते हैं। भाजपा को चिंता नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस राज्य में बहुत अच्छे से शासन कर रही है। कानून-व्यवस्था सुरक्षित है और किसी भी भाजपा नेता को कोई खतरा नहीं है।
कर्नाटक के विधायक और कांग्रेस नेता एनए हारिस ने कहा कि हर स्थानीय व्यक्ति को कन्नड़ में बात करने की कोशिश करनी चाहिए। अगर उन्हें भाषा नहीं आती है, तो उन्हें कन्नड़ में बात करने के लिए कहने वाले व्यक्ति पर हमला नहीं करना चाहिए। सरकार ने हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। कोरमंगला में दुष्कर्म मामले पर उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने कार्रवाई की है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा को पहले अपने कार्यकाल के दौरान आपराधिक रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए।
क्या है मामला
कर्नाटक में राज्य परिवहन निगम की बस के कंडक्टर (परिचालक) पर मराठी में जवाब न देने पर यात्री ने हमला कर दिया था। कंडक्टर महादेवप्पा मल्लप्पा हुक्केरी ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि सुलेभवी गांव में अपने पुरुष साथी के साथ बस में चढ़ी एक लड़की मराठी में बोल रही थी। हुक्केरी ने कहा कि उसने उससे कहा कि उसे मराठी नहीं आती और उसने उससे कन्नड़ में बात करने को कहा।
कंडक्टर ने कहा, 'जब मैंने कहा कि मुझे मराठी नहीं आती, तो लड़की ने मुझे गाली देते हुए कहा कि मुझे मराठी सीखनी चाहिए। अचानक बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और मुझ पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि घायल बस कंडक्टर को बेलगावी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया है। उसे मामूली चोटें आई हैं और वह खतरे से बाहर है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'हमने कंडक्टर पर हमला करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं 14 वर्षीय लड़की की शिकायत के आधार पर कंडक्टर के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। परिचालक पर लड़की के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है।'