रच दिया इतिहास: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंबाला एयरबेस से राफेल में भरी उड़ान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंबाला एयरबेस से राफेल में भरी उड़ान
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अंबाला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। उड़ान से पहले उन्होंने बाकायदा फाइटर पायलट सूट पहना और वायुसेना अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान एयरबेस के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था।

एयर चीफ मार्शल ने किया स्वागत, मिला गार्ड ऑफ ऑनर

अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंचने पर एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और राष्ट्रपति ने जिप्सी में खड़े होकर परेड का निरीक्षण किया।

पहले भी सुखोई-30 में भर चुकी हैं उड़ान

यह पहला मौका नहीं है जब राष्ट्रपति मुर्मू ने लड़ाकू विमान में उड़ान भरी हो। इससे पहले उन्होंने तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी थी।

मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं जिन्होंने फाइटर जेट में उड़ान भरी।

उनसे पहले साल 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने लोहगांव एयरबेस, पुणे से सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरकर यह उपलब्धि हासिल की थी।

अंबाला से उड़ान का विशेष संदेश

राष्ट्रपति का अंबाला एयरबेस से उड़ान भरना भी प्रतीकात्मक महत्व रखता है। अंबाला वायुसेना स्टेशन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रमुख केंद्र रहा था।

यहां राफेल विमानों की 17 स्क्वाड्रन (गोल्डन एरो) तैनात है — जो राफेल फाइटर जेट के पहले बैच को संचालित करती है और भारतीय वायुसेना की सबसे रणनीतिक इकाइयों में से एक मानी जाती है।

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