RSS प्रमुख के बयानों पर बवाल, राशिद अल्वी का तीखा हमला: क्या भागवत देश में विस्फोट चाहते हैं?

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयानों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने भागवत और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला, जिससे सियासत और गरमा गई है।
भागवत के जनसंख्या वृद्धि और रिटायरमेंट से जुड़े बयानों पर सवाल उठाते हुए अल्वी ने कहा, "मोहन भागवत हिंदुओं से तीन बच्चे पैदा करने की बात कर रहे हैं। क्या वह देश में जनसंख्या विस्फोट करवाना चाहते हैं?" उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले आरएसएस कम बच्चे पैदा करने की सलाह देता था, लेकिन अब भागवत उल्टा राग अलाप रहे हैं। "देश में रोजगार का संकट है, लोग पहले से परेशान हैं, और भागवत तीन बच्चों की बात कर रहे हैं। आखिर वह देश को कहां ले जाना चाहते हैं?"
RSS-बीजेपी मतभेद पर अल्वी का कटाक्ष
आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच कथित मतभेदों पर भी अल्वी ने चुटकी ली। उन्होंने कहा, "यह उनका निजी मामला हो सकता है, लेकिन सब जानते हैं कि बीजेपी को आरएसएस चलाता है। बिना आरएसएस के बीजेपी कुछ भी नहीं।" रिटायरमेंट के मुद्दे पर उन्होंने भागवत और पीएम मोदी पर निशाना साधा। "भागवत ने खुद 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट की बात कही थी, लेकिन अब मुकर रहे हैं। पीएम मोदी भी यही कहते थे। अब दोनों मिलकर क्या खिचड़ी पका रहे हैं, यह समझ से परे है।"
केजरीवाल पर भी बरसे अल्वी
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेशनल हेराल्ड केस और दिल्ली के विकास पर दिए बयानों को अल्वी ने हास्यास्पद करार दिया। केजरीवाल ने दावा किया था कि कांग्रेस और बीजेपी में साठगांठ है, क्योंकि नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार को जेल नहीं भेजा गया, जबकि आप नेताओं को फर्जी मामलों में फंसाया गया। इस पर पलटवार करते हुए अल्वी ने कहा, "केजरीवाल का तर्क गजब है। वह कहते हैं कि उनके नेता झूठे केस में फंसे, लेकिन कांग्रेस के नेता सच्चे केस में जेल गए। भ्रष्टाचार किया तो जेल जाना ही पड़ेगा।"
अल्वी ने दिल्ली के विकास पर भी आप को घेरा। उन्होंने कहा, "दिल्ली में हाईवे, एम्स और बड़े अस्पताल जैसे काम शीला दीक्षित की सरकार की देन हैं। आप ने तो सिर्फ भ्रष्टाचार और घोटाले किए। दिल्ली का जो बुरा हाल है, उसके लिए केजरीवाल को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।"
