स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार

स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार
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अमृतसर। पंजाब पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की कई धमकियों के सिलसिले में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) को कई धमकी भरे ई-मेल भेजे थे।

पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने शुक्रवार को बताया कि अमृतसर पुलिस ने हरियाणा से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को हिरासत में लिया है। आरोपी की पहचान फरीदाबाद के शुभम दुबे के तौर पर हुई है, जिससे अमृतसर लाकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि ई-मेल सिर्फ स्वर्ण मंदिर को ही नहीं, दिल्ली के स्कूलों, अदालतों, मुख्यमंत्री, सांसदों और तमिलनाडु की कई संस्थाओं को भी भेजे गये।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि कई ई-मेल बीते समय में तमिलनाडु में भी सर्कुलेट हुए हैं। इस वजह से तमिलनाडु के कई अधिकारी भी पंजाब पुलिस के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि शुभम दुबे 24 साल का है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह दो कंपनियों में जॉब कर चुका है, लेकिन अब बेरोजगार है। कुछ तकनीकी साक्ष्य मिले हैं, जिसके कारण शक शुभम पर गया है।

फिलहाल, शुभम से कड़ी पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि ई-मेल भेजने के लिए आरोपी डार्कवेब का प्रयोग कर रहे हैं। यही कारण है कि आईपी एड्रेस अन्य-अन्य देशों के आ रहे हैं। इतना ही नहीं, पहले कुछ ई-मेल आउट-लुक से भेजे गये थे, लेकिन 16 जुलाई को ई-मेल हॉटमेल से भेजे गये। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उन्हें आशंका है कि स्वर्ण मंदिर को धमकी वाला ई-मेल भेज कुछ युवक, संगठन या लोग ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।

दरअसल, इस तरह के ई-मेल दिल्ली के स्कूलों, अदालतों, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न संस्थानों को भी आये हैं। आशंका है कि स्वर्ण मंदिर का नाम प्रयोग कर तमिलनाडु के मसलों को उजागर करने को कोशिश की जा रही है, क्योंकि जो धमकी भरे ई-मेल भेजे गये हैं, उनमें दो लाइनें तो स्वर्ण मंदिर के बारे में होती हैं।

लेकिन उसके नीचे जो बात शुरू की जाती है, उसमें तमिलनाडु,, उसमें तमिलनाडु, डीएमके से जुड़ी घटनाओं का जिक्र किया गया है, जिनके नाम इस ई-मेल में लिखे गये हैं, वे भी सभी दक्षिण के राज्यों के ही हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पुलिस को शुभम से पूछताछ के दौरान कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह कोई अकेली साइबर धमकी थी या इसके पीछे कोई संगठित नेटवर्क या कट्टरपंथी साजिश है।

उल्लेखनीय है कि 14 जुलाई से अब तक एसजीपीसी को पांच धमकी भरे ई-मेल मिल चुके हैं। इन मेल में स्वर्ण मंदिर को आरडीएक्स से उड़ाने की बात कही गयी थी। इसके बाद अमृतसर में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गयी और मंदिर परिसर सहित आसपास के क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ तलाशी अभियान चलाया गया। श्री भुल्लर ने बताया कि एसजीपीसी के साथ तालमेल कर दरबार साहिब के आस पास कड़े सुरक्षा प्रबंध किये गये हैं, इसलिए श्रद्धालुओं को डरने की जरूरत नहीं है।

एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने इस पूरे घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि ये स्पष्ट नहीं, धमकी किसी शरारत का हिस्सा है या किसी बड़ी साजिश का इशारा है। उन्होंने सरकार से इस मामले की गहराई से जांच करने की मांग की थी। इन धमकियों के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को लोगों से अफवाहों से सावधान रहने का आग्रह किया और कहा कि राज्य सरकार सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होने देगी।

एक्स पर एक पोस्ट में, मुख्यमंत्री ने लिखा, “हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होने देंगे। हमारी सुरक्षा एजेंसियां और पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं।” उन्होंने कहा, “ मैं पंजाब के लोगों से अफ़वाहों से सावधान रहने की अपील करता हूँ। सभी धार्मिक स्थल हमारे लिए पवित्र और पूजनीय हैं। हम उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्र-विरोधी और समाज-विरोधी ताकतों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा।”

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