दिल्ली की सीमा पर हिरासत में लिए गए सोनम वांगचुक, विपक्ष कर रहा विरोध
जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के साथ दिल्ली पुलिस ने करीब 120 लोगों को राजधानी की सीमा पर हिरासत में ले लिया है। सोनम वांगचुक लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर लद्दाख से दिल्ली तक मार्च कर रहे थे। जैसे ही वे हरियाणा पार कर दिल्ली की सीमा पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस का कहना था कि उत्तरी और मध्य दिल्ली के साथ कई इलाकों में बीएनएनएस की धारा 163 लागू की गई है। तो ऐसे में 5 से ज्यादा लोगों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी है। हिरासत में लिए गए सोनम वांगचुक के साथ करीब 120 लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा से लगे अन्य पुलिस स्टेशन में ले जाया गया है।
4 सूत्रीय मांगों को लेकर पदयात्रा कर रहे थे सोनम वांगचुकबता
बता दें जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और उनके समर्थक चार सूत्रीय मांगों को लेकर लद्दाख से पदयात्रा कर दिल्ली पहुंचे थे। उनकी इन मांगों में ‘लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए’, ‘संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए’, ‘लद्दाख के लिए एक लोक सेवा आयोग के साथ शीघ्र भर्ती प्रक्रिया हो’, ‘लेह और कारगिल जिलों के लिए अलग-अलग लोकसभा सीटें घोषित की जाएं’ शामिल है।
दोपहर 1 बजे सोनम वांगचुक से मिलेंगी CM आतिशीजानकारी के मुताबिक
, सोनम वांगचुक कल से बवाना जेल में है। ऐसे में आज दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी उनसे मुलाकात करने के लिए दोपहर करीब 1 बजे बवाना जेल जाएंगी, और सोनम वांगचुक से मिलेंगी। यह जानकारी खुद सीएम आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर दी है। उन्होंने लिखा, “सोनम वांगचुक और हमारे 150 लद्दाखी भाई-बहन शांतिपूर्ण तरीक़े से दिल्ली आ रहे थे। उनको पुलिस ने रोक लिया है। कल रात से बवाना थाने में क़ैद हैं। क्या लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार मांगना ग़लत है? क्या 2 अक्तूबर को सत्याग्रहियों का गांधी समाधि जाना ग़लत है? सोनम वांगचुक जी को रोकना तानाशाही है। आज दोपहर 1 बजे मैं उनसे मिलने बवाना थाने जाऊंगी”
सोनम वांगचुक की हिरासत का विपक्ष कर रहा विरोध
सोनम वांगचुक के साथ करीब 120 लोगों की हिरासत पर अब देश की राजनीति गरमा गई है। सोनम वांगचुक की हिरासत का विपक्ष जमकर विरोध कर रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा, “जो लोग शांति से डरते हैं, वो अंदर से डरे हुए लोग होते हैं। भाजपा सरकार पर्यावरण रक्षक व लद्दाख हितैषी सोनम वांगचुक की शांतिपूर्ण दिल्ली यात्रा को बाधित करके कुछ भी हासिल नहीं कर सकती। केंद्र अगर सरहद की आवाज़ नहीं सुनेगा तो ये उसकी राजनीतिक श्रवणहीनता कहलाएगी।”
मोदी जी, किसानों की तरह ये चक्रव्यूह टूटेगा- राहुल गांधी
वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लिखा, “पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रहे सोनम वांगचुक और सैकड़ों लद्दाखियों की हिरासत अस्वीकार्य है। लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्ग नागरिकों को दिल्ली की सीमा पर हिरासत में क्यों लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह ये चक्रव्यूह टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।”