तेजस मार्क 1ए को मिली पहली विंग असेंबली, स्वदेशी लड़ाकू विमान निर्माण ने पकड़ी रफ्तार

नई दिल्ली भारत के स्वदेशी फाइटर जेट तेजस मार्क-1ए के निर्माण में अब तेजी आ रही है। लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस मार्क-1ए के लिए गुरुवार को पहली विंग असेंबली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को कोयंबटूर में सौंप दी। यह असेंबली एलएंडटी के प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग एंड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स यूनिट ने तैयार की है।
वायुसेना ने 83 एलसीए मार्क-1ए लड़ाकू विमानों का दिया है ऑर्डर
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने अपनी फ्लीट के लिए 83 एलसीए मार्क-1ए लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दिया है। विंग असेंबली मिलने पर एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. डीके सुनील ने इसे वर्षों की साझी मेहनत और गुणवत्ता के प्रति समर्पण का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा, एचएएल बड़े और लघु एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) जैसे आपूर्तिकर्ताओं के साथ मिलकर एयरोस्पेस एवं रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य कर रहा है। एचएएल ने निजी क्षेत्र में एक समानांतर एयरक्राफ्ट स्ट्रक्चरल असेंबली लाइन खड़ी की है, जो एलसीए तेजस कार्यक्रम की क्षमता बढ़ाने में सहायक होगी।
रक्षा उत्पादन सचिव ने प्रयासों की सराहना की
इस मौके पर रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने वर्चुअली भाग लिया, जबकि एचएएल की ओर से एलसीए तेजस डिवीजन के महाप्रबंधक एम अब्दुल सलाम ने असेंबली को प्राप्त किया। रक्षा उत्पादन सचिव ने आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एचएएल और एलएंडटी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एचएएल ने निजी क्षेत्र के भागीदारों के साथ मिलकर बेहतरीन सहयोग को बढ़ावा दिया है और निजी क्षेत्र के भागीदारों की क्षमताओं को सशक्त किया है।
गौरतलब है कि तेजस मार्क-1ए के लिए सोमवार को भारत को जीई-404 इंजन भी प्राप्त हो चुका है। एचएएल को इस वित्त वर्ष के अंत तक कुल 12 जीई-404 इंजन मिलने हैं। ये सभी इंजन भारतीय लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1ए में लगाए जाएंगे।
रक्षा उत्पादन सचिव ने प्रयासों की सराहना की
इस मौके पर रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने वर्चुअली भाग लिया, जबकि एचएएल की ओर से एलसीए तेजस डिवीजन के महाप्रबंधक एम अब्दुल सलाम ने असेंबली को प्राप्त किया। रक्षा उत्पादन सचिव ने आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एचएएल और एलएंडटी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एचएएल ने निजी क्षेत्र के भागीदारों के साथ मिलकर बेहतरीन सहयोग को बढ़ावा दिया है और निजी क्षेत्र के भागीदारों की क्षमताओं को सशक्त किया है।
गौरतलब है कि तेजस मार्क-1ए के लिए सोमवार को भारत को जीई-404 इंजन भी प्राप्त हो चुका है। एचएएल को इस वित्त वर्ष के अंत तक कुल 12 जीई-404 इंजन मिलने हैं। ये सभी इंजन भारतीय लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1ए में लगाए जाएंगे।