सावधान!: मिलावटी तो नहीं हे मावा ऐसे करे पहचान

भीलवाड़ा .मार्च के महीने आने वाला होली का पर्व। रंगों के इस त्योहार में बच्चों से लेकर बड़े लोग तक शामिल होते हैं और एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। इस बार 13 मार्च को होलिका दहन और 14 मार्च को रंग वाली होली खेली जाएगी। वहीं, होली के मौके पर गुझिया न बने ऐसा तो हो ही नहीं सकता, लेकिन क्या आप इस होली गुझिया बनाने के लिए जो मावा घर ला रहे हैं वो कहीं मिलावट वाला तो नहीं?
दरअसल, ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में मावे में मिलावट की जाती है जिसकी शिकायतें भी आती रहती हैं। ऐसे में अगर आप भी इस होली बाजार से मावा खरीद रहे हैं तो आप यहां जान सकते हैं कि आप कैसे मिलावट वाले मावा की पहचान कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसका तरीका क्या है...
पहला तरीका
मिलावटी खोया की पहचान करने के लिए आपको सबसे पहले खोया का एक छोटा टुकड़ा लेना है। फिर इसके ऊपर आयोडीन की कुछ बूंदें डालनी है। अब देखिए अगर खोया नीले रंग का हो जाता है तो समझ जाइए कि ये खोया मिलावट वाला है और इसमें स्टार्च की मिलावट की गई है। ऐसे खोया का सेवन न करें।
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दूसरा तरीका
आपको मावा लेना है और उसे गैस पर गर्म करना है जिसके बाद इसमें एक बड़ी चम्मच भरकर चीनी डालनी है। अब देखिए चीनी पिघलती है और बर्तन के किनारों पर पानी छोड़ने लगती है तो ये संकेत होता है कि ये खोया मिलावट से भरा है। बाजार में इस तरह का खोया बिकता है।
तीसरा तरीका
अगर आप भी मिलावटी खोया का पता लगाना चाहते हैं तो इसका एक तरीका इसकी खुशबू भी है जिससे आप ये पता कर सकते हैं कि खोया मिलावटी है या नहीं। आपको करना ये है कि दुकान पर खोया खरीदने से पहले उसे सूंघ लें, अगर इसमें से सोंधी खूशबू आती है तो ये खोया ठीक होता है। जबकि, मिलावटी खोया में काफी हद तक स्मेल नहीं आती।
सावधान!
चौथा तरीका
मिलावटी खोया की पहचान उसके रंग को देखकर भी की जा सकती है। आपको इसमें सिर्फ इतना करना है कि जब भी आप खोया खरीदें तो उसका रंग जरूर देखें। जो मिलावट वाला खोया होता है उसका रंग हल्का पीला या सफेद होता है। जबकि, असली खोया का रंग डार्क ब्राउन सा होता है।