जम्मू-कश्मीर में बनकर तैयार दुनिया का सबसे ऊंचा चिनाब रेल ब्रिज
रेलवे अधिकारियों ने रामबन जिले के संगलदान और रियासी के बीच बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल-चिनाब रेल ब्रिज का रविवार को व्यापक निरीक्षण किया. इस मौके पर कोंकण रेलवे के इंजीनियर दीपक कुमार ने कहा, आज वैगन टावर रेसाई स्टेशन तक पहुंच गया है. हमें बहुत खुशी और गर्व है कि हम सफल हुए हैं. मजदूर और इंजीनियर लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रहे थे और आज उन्हें आखिरकार सफलता मिली है. इस पुल पर जल्द ही रेल सेवा शुरू हो जाएगी.
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से बारामुला तक रेल लाइन तैयार की जा रही है. जिसका नाम उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट दिया गया है. इस रेल लिंक के निर्माण से कश्मीर घाटी का शेष भारत के साथ सीधा रेल संपर्क होगा. इसकी कुल लंबाई करीब 272 किलोमीटर है.
37 हजार करोड़ रुपये की लागत
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट करीब 37012 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. ट्रेन 12.77 किलोमीटर लंबे टनल से होकर गुजरेगी. पूरे प्रोजेक्ट में 27 मुख्य सुरंग, 37 पुलों का निर्माण किया जा रहा है. 25 बड़े और 11 छोटे पुल का निर्माण किया जा रहा है.
चिनाब रेल ब्रिज की ऊंचाई नदी तल से 359 मीटर है. इस ब्रिज का निर्माण कोंकण रेलवे और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के तहत किया गया है. ट्रेन 7 स्टेशनों से होकर बारामुला पहुंचेगी.
भूकंप और धमाके को भी झेलने की क्षमता
चिनाब ब्रिज की सबसे बड़ी खास बात है कि यह भूकंप के झटकों और ब्लास्ट को भी झेलने की क्षमता रखता है. ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है. ब्रिज माइनस 10 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेल सकता है. यानी ब्रिज पर जम्मू-कश्मीर के तापमान का भी असर नहीं होगा.