भगवानपुरा हुआ भक्तिमय

भगवानपुरा ( कैलाश शर्मा ) पिछले सात दिनों से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन नव कुंडिय विशाल रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ एवं बावड़ी वाले हनुमान जी की मूर्ति स्थापना कलश स्थापना के साथ ही संपन्नहनुमान जी की मूर्ति स्थापना कलश स्थापना के साथ ही संपन्नहो गया । पिछले सात दिनो के इस कार्यक्रम ने भगवानपुरा को भक्तिमय बनाते हुए बुधवार को अनेक धार्मिक कार्यों के साथ संपन्न हुआ ।जिसमें प्रातः 7 बजे हनुमान मंदिर पर कलश स्थापना , वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडितों द्वारा करवाया गया सवा सात बजे भगवान हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना की गई । इसी के साथ गांव में प्रभात फेरियो का संगम हुआ जो एक अदभुत, अनोखा ,विशाल, एवं भक्तिमय वातावरण के साथ 121 प्रभात फेरियों मे शामिल होना विभिन्न गांवों कस्बों शहरों से भक्त यहां आये । प्रभात फेरियों का यह संगम हनुमान मंदिर से आरंभ हुआ जो गांव के मुख्य मार्गो से होता हुआ नया बाजार ,बोहरा जी का मोहल्ला, राधा कृष्ण मंदिर, सदर बाजार , मुस्लिम मोहल्ला,खाकल देव जी का चौक ,बस स्टैंड ,कालिका माता का मंदिर , हेली वाले हनुमान मन्दिर, चारभुजा मंदिर ,बंसी वाला मंदिर ,सोमाणियों का मोहल्ला ब्रह्मपुरी , लक्ष्मी नाथ मंदिर , होते हुए रघुनाथ जी का मंदिर, नरसिंह मोहल्ला में स्थित नरसिंह मंदिर के साथ बावड़ी वाले बालाजी के मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हुआ ।जहां संत प्रवचन ,विदाई समारोह , छप्पन भोग, कार्यक्रम प्रसाद वितरण के साथ भोजन का महाप्रसाद आरंभ हुआ । इधर प्रभात फेरियों के गांव में प्रारंभ होते ही जगह-जगह पुष्प वर्षा से कहीं जलपान से तो कहीं केले सेव ,फल , नमकीन ठंडा आई स्क्रीम और श्रीखण्ड फ्रूटी कहीं मिल्क रोज पिला कर स्वागत किया । जगह-जगह प्रभात फेरियो के स्वागत सम्मान को देखकर हर किसी के मन से यही उठ रहा था कि आज भगवानपुरा भक्तिमय हो गया इसी के साथ भोजन का महाप्रसाद दोपहर तीन बजे आरंभ हुआ जो देर रात 9 बजे तक चलता रहा । पिछले सात दिनों से चल रहा भक्ति भाव का यह कार्यक्रम आज भगवान हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा के साथ एवं नव कुंडिया विशाल रुद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ व श्रीमद् भागवत कथा के समापन के साथ ही संपन्न हो गया ।पिछले सात दिनो का यह विशाल कार्यक्रम की प्रत्येक व्यक्ति की जुबान पर ऐसा भव्य दिव्य विशाल अनोखा अद्भुत कार्यक्रम संपन्न हुआ यही चर्चा प्रत्येक व्यक्ति के जुबान पर थी और तो और बाहर से आने वाले जितने भी अतिथि थे प्रभात फेरियों के भक्त थे उपस्थित सभी संत महात्मा थे और जो भी लोग यहां आए उन सभी ने इस कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की । अंत में मंदिर निर्माण समिति द्वारा एवं गांव के प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा कार्यक्रम में शामिल हुए सभी संत महात्माओं पुजारीयों का भाव बिना स्वागत सम्मान किया । इसी के साथ गांव के सभी मंदिरों से बैवाण भी यज्ञ स्थल पर लाऐ जिन्हे भी बुधवार को कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात आरती कर विदा किया गया एवं प्रसाद वितरण किया गया ।
