भगवान शिव को जल समर्पित करने पहुंच रहे हेहरनी महादेव में: सावन में नहीं काटना चाहिए बाल और दाढ़ी

भीलवाड़ा में हरनी महादेव में सावन या श्रावण हिंदू धर्म के सबसे पवित्र महीनों में से एक हैइसे लेकर शहर के भक्त सुबह से ही भगवान शिव को जल समर्पित करने पहुंच रहे हे है क्योंकि यह उनका पसंदीदा महीना माना जाता है. . इस महीने में भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती की भी पूजा की जाती है.इस पवित्र महीने में जो भक्त पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से भोलेनाथ की पूजा करते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनके सारे कष्ट तुरंत दूर हो जाते हैं.

भगवान शिव को जल समर्पित करने पहुंच रहे हेहरनी महादेव में

शादीशुदा लोगों के शुभ है ये महीना

यह महीना शादीशुदा लोगों के लिए बहुत शुभ माना जाता है. अविवाहित पुरुष और महिलाएं भी व्रत रखते हैं ताकि उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिल सके. इसके अलावा, जो लोग रिलेशनशिप में हैं, उनके लिए इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने से उनके पार्टनर के साथ बॉन्डिंग बढ़ती है.

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देवशयनी एकादशी

सावन वह समय है जब भगवान शिव कैलाश छोड़कर धरती पर आते हैं. इसी महीने में देवशयनी एकादशी भी मनाई जाती है और भगवान विष्णु इस दौरान चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, क्योंकि भगवान शिव सृष्टि की देखभाल करते हैं.

सावन में क्यों की जाती है भगवान भोलेनाथ की पूजा

यही वजह है कि सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा की जाती है. इस महीने में शिव की कृपा पाने के लिए कुछ रीति-रिवाजों का पालन करना पड़ता है. इनके अलावा, इस पवित्र महीने में बाल कटवाने, मुंडन आदि से जुड़े कुछ नियम भी हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण-

सावन में बाल काटना क्यों वर्जित है

हम सभी ने सुना है कि सावन में बाल काटना वर्जित है, लेकिन हर कोई इसके पीछे के कारण से वाकिफ नहीं है. यह समझना जरूरी है कि कोई भी मान्यता मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार शुरू होती है. प्राचीन समय में शेविंग और बाल काटने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले औजार लोहे के बने होते थे और उनके किनारे बहुत तीखे होते थे. इसलिए कटने और घायल होने की संभावना दस गुना बढ़ जाती थी.

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सावन के महीने में बारिश ज्यादा होती है और धूप कम. इसलिए घाव में संक्रमण की संभावना ज्यादा होती है. यही वजह है कि कटने और चोट लगने से बचने के लिए सावन के महीने में बाल काटना और शेविंग करना वर्जित है.

सावन में नाखून काटना क्यों वर्जित है

सावन के महीने में नाखून काटना भी वर्जित है. इतना ही नहीं, इस महीने में तेल से शरीर की मालिश भी वर्जित है. ऐसी मान्यता है कि इस महीने में तेल से मालिश करने से व्यक्ति के जीवन में ग्रह दोष उत्पन्न हो सकते हैं और उसे सावन पूजा का लाभ नहीं मिल पाता. इसके अलावा, लोगों को मांसाहारी वस्तुओं, नशीले पदार्थों के सेवन और तामसिक गतिविधियों में शामिल होने से बचने की सलाह दी जाती है.

सावन के महीने में बालों की देखभाल के टिप्स

यदि आप सावन में बाल नहीं कटवाते हैं तो आपको दो मुंहे बालों और बालों के झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जानें इन समस्याओं से बचने के लिए हेयर केयर टिप्स.

अपने बालों को बारिश में भीगने के बाद बालों धोएं और हवा से बालों को सुखाना न भूलें.

इस मौसम में हफ्ते में दो बार नहाने से 15 मिनट पहले नारियल का तेल जरूर लगाएं.

अपने बालों को घना बनाने के लिए प्रोटीन, विटामिन ई और हेल्दी फैट से भरपूर आहार लें.

बालों को सुलझाने के लिए मोटे दांतों वाली लकड़ी की कंघी का प्रयोग करें.

सावन में संक्रमण से बचने के लिए हल्दी और नीम के हेयर मास्क का उपयोग कर सकते हैं

सावन में बालों में कलर लगाने से बचने की सलाह दी जाती है.

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