चातुर्मासिक मंगल प्रवेश: प्रसन्नता सफलता की सूचक होती है- साध्वी उर्मिला

भीलवाड़ा हलचल श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री उर्मिला कुमारी जी ठाणा-4 ने आज दिनांक 6जुलाई रविवार को 2025के चातुर्मास हेतु ओस्तवाल निवास काशीपुरी से भव्य जुलूस के साथ तेरापंथ नागौरी गार्डन में प्रातः 9.15पर चातुर्मासिक मंगल प्रवेश किया।
तत्पश्चात् आयोजित स्वागत समारोह में साध्वी श्री उर्मिला कुमारी ने फ़रमाया कि गुरु इंगित की आराधना से आज हमने वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में मंगल प्रवेश किया है।मंगलमय इन क्षणों में हर चेहरे पर प्रसन्नता झलक रही है। प्रसन्नता ही सफलता की सूचक होती है।संतजन व श्रावक समाज दोनों का आपस में जुड़ाव हो तो सफलता चरण छूती है।
यह चातुर्मास काल धर्म ध्यान, तप जप,त्याग स्वाध्याय प्रवचन श्रवण का सीजन होता है अध्यात्म की गतिविधियों द्वारा हम अपनी शक्ति को संतुलित करते हुये अपना जीवन निर्माण करे तो यह चातुर्मास उत्कृष्ट दिशा में आगे बढ़ सकता है।
साध्वी मृदुलयशा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 2025 का चातुर्मास नई ऊर्जा नई रोशनी से सबके जीवन में बदलाव लाकर विकास का मार्ग प्रशस्त करे।साध्वी ऋतुयशा ,ज्ञानयशा ने भक्तिमय गीतिका का संगान किया।भिक्षु भजन मंडली ने भावपूर्ण गीत से कार्यक्रम का मंगलाचरण किया।
चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के शुभ अवसर पर जिला एवं सेशन मजिस्ट्रेट अभय जैन ने साध्वीवृन्द के 2024भीलवाड़ा चातुर्मास के प्रति शुभ आध्यात्मिक मंगल कामना व्यक्त की।जीतो के पूर्व अध्यक्ष महावीर चौधरी ने कहा तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण जी की चर्चा हर तरफ़ है ।उनके गुणों का बखान करते हुए साध्वी वृंद के प्रति मंगल भाव प्रकट किए।