दुर्गा अष्टमी व नवमी पूजन 11 अक्टूबर को, दशहरा, व शस्त्र पूजन 12 को
भीलवाड़ा हलचल जिले में नवरात्रि पर्व की धूम मची हुई है शक्तिपीठों पर आराधना का दौर जारी और गरबा पंडालो में डांडिया की खनक।नवरात्र का मुख्य पर्व अष्टमी एवं नवमी का त्योहार शुक्रवार को मनाया जाएगा। श्रद्धालु माता की आराधना दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हुए संपन्न करते हैं। इसमें भी अष्टमी अथवा नवमी को विशेष रूप से सम्पूर्ण विश्व में समस्त सनातन धर्मावलंबी अपनी कुलदेवी के निमित्त पूजन करके देवी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। शारदीय नवरात्र में अष्टमी के निमित्त एवं नवमी के निमित्त कुलदेवी शक्ति का पूजन एक ही दिन पंचांगकारों ने बताया है।
शुक्रवार को दोपहर 12:07 बजे तक अष्टमी तिथि व्याप्त रहेगी। उसके बाद नवमी प्रारंभ होगी। साथ ही अगले दिन मध्याह्न में दशमी होने से विजय मुहूर्त के संयोग में दशहरा पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को सुबह 06:31 से 10:51 और दोपहर 11:55 से 12:07 तक दुर्गा अष्टमी पूजन का समय शुभ है। दुर्गा नवमी पूजन के लिए दोपहर 12:07 से 01:45 एवं शाम 04:38 से 06:04 तक उत्तम है। दुर्गा पूजन शक्ति पूजन के अगले दिन दशहरा के दिन शमीपूजन एवं शस्त्रपूजन की परम्परा है।