आचार्य महाश्रमण का16 नवंबर को रतनपुर बॉर्डर पर होगा स्वागत

अहमदाबाद चातुर्मास की पूर्णता के बाद तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ अब राजस्थान की ओर प्रस्थान करने जा रहे हैं। आचार्य का यह आध्यात्मिक विहार 16 नवंबर को मेवाड़ के प्रवेश द्वार रतनपुर बॉर्डर से राजस्थान में प्रवेश के साथ आरंभ होगा, जहां उनका मेवाड़ी परंपरा अनुसार भव्य स्वागत किया जाएगा।
श्री मेवाड़ जैन श्वेतांबर तेरापंथी कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधिमंडल ने अहमदाबाद पहुंचकर आचार्य महाश्रमण से आशीर्वाद प्राप्त किया और मेवाड़ यात्रा की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया।
5 नवंबर को प्रेक्षा विश्व भारती, कोबा में मुख्य प्रवचन कार्यक्रम होगा, जिसमें आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अहमदाबाद से औपचारिक रूप से दायित्व हस्तांतरण ग्रहण करेंगे। इसके बाद वे 6 नवंबर को गांधी नगर, 7 को सिहोली, 8 को चन्द्रकला, 9 को प्रांतिज, 10 को सलाल, 11 को हिम्मतनगर, 12 को विरावड़ा, 13 को रामगढ़ और 14 को नंदीसन में प्रवास करेंगे।
आचार्य महाश्रमण 15 नवंबर को गुजरात के शामलाजी पहुंचेंगे और 16 नवंबर को रतनपुर बॉर्डर से राजस्थान में प्रवेश करेंगे। यहां उनके स्वागत को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं।
20 नवंबर को ऋषभदेव में मेवाड़ स्तरीय स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष भूपेन्द्र चोरडिया ने बताया कि इस आयोजन में मेवाड़ के विभिन्न क्षेत्रों से पांच हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगी।
आचार्य महाश्रमण 25 और 26 नवंबर को उदयपुर, 29 नवंबर को नाथद्वारा, 30 नवंबर को कांकरोली, 1 दिसंबर को राजसमंद, 2 दिसंबर को केलवा और 5 दिसंबर को दिवेर में प्रवास करेंगे। उनके आगमन पर स्थानीय तेरापंथ सभाओं द्वारा धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
