दिवाली के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, जान लें वास्तु के ये नियम
हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार बहुत खास माना जाता है. हिन्दुओं के साथ साथ दिवाली का पर्व भारत का भी महत्वपूर्ण त्यौहार है. दिवाली रोशनी का त्योहार है. दिवाली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की भी पूजा का विधान है. मान्यता है कि दिवाली का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का खास दिन होता है. इसलिए लोग इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूर्ण श्रद्धा और विधि विधान के साथ लक्ष्मी पूजन करते हैं. इस दिन हर कोई अपने घर में मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए तैयार रहता है. यदि आप चाहते हैं कि इस दिवाली मां लक्ष्मी आपके घर निवास करें और आपका घर धन, सुख और वैभव से भर जाए, तो इस दिन कुछ वास्तु नियमों का पालन जरूर करें. ऐसा करने से आपके घर में पॉजिटिव ऊर्जा का संचार होगा और घर में मां लक्ष्मी का वास होगा.
दिवाली के दिन न करें ये गलतियां
घर का मंदिर
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए घर का मंदिर या पूजा स्थल हमेशा पूर्वोत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए. मंदिर के ईशान कोण में माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए. दिवाली के दिन इस बात का खास ख्याल रखें कि घर का मंदिर बिल्कुल साफ और स्वच्छ होना चाहिए. मंदिर में जरा सी भी धूल या पुरानी जली हुई धूपबत्ती की राख न रखी हुई हो.
पूजा के समय इस दिशा की ओर होना चाहिए मुख
घर के मंदिर में पूजा करते समय आपका मुख उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए. मंदिर में एक देवी या देवता की सिर्फ एक ही मूर्ति या प्रतिमा मंदिर में रखी होनी चाहिए. एक ही देवी-देवता की एक से ज्यादा मूर्ति या तस्वीर भूलकर भी मंदिर में नहीं रखनी चाहिए.
लक्ष्मी जी की मूर्ति
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के लिए लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति लेने की परंपरा है. लक्ष्मी जी की मूर्ति लेते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी हमेशा वही मूर्ति लें जिसमें लक्ष्मी जी कमल के आसन पर विराजमान हों और आशीर्वाद दे रहीं हों. कभी भी लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति घर न लेकर आएं जिसमें वें खड़ी हुई मुद्रा में हों. अगर आप सिर्फ दिवाली के पूजन के लिए लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति लेना चाहते हैं, तो इसके लिए मिट्टी की बनी हुई मूर्ति ही लें.
गणेश जी की मूर्ति
दिवाली पूजन के लिए लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति लेते समय इस बात का भी विशेष ख्याल रखें कि गणेश जी की वही मूर्ति लेकर आएं जिसमें उनकी सूंड बाई दिशा की ओर मुड़ी हुई हो. गणेश जी की ऐसी मूर्ति बहुत शुभ मानी जाती है. गणेश जी की ऐसी मूर्ति का पूजन करने से विशेष लाभ मिलता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है.
ताजे फूल और पत्तियां
दिवाली के दिन घर की सजावट सिर्फ ताजे फूलों और पत्तियों से करें. घर में रखें हुए पुराने या बासी फूलों और पत्तियों को घर से बाहर निकाल दें. यदि घर में पुराने बासी फूलों की तोरण लगी हुई है तो उसको भी हटाकर इसकी जगह नए और ताजे फूलों की तोरण लगाएं.
लक्ष्मी जी की चरण पादुका
दिवाली के दिन घर में लक्ष्मी जी के चरण या चरण पादुका लगाने की भी परंपरा है. यदि आप भी घर में लक्ष्मी जी के चरण स्थापित करते हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी के चरण मुख्य द्वार पर बीचों बीच न लगाकर, मुख्य द्वार के दाहिनी तरफ लगाएं. लक्ष्मी माता के चरण इस तरह से स्थापित करें कि उनके चरण घर के अंदर आते हुए होने चाहिए. ऐसा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है.
न पहनें इस रंग के कपड़े
दिवाली के दिन भूलकर भी काले रंग के कपड़े न पहनें. मान्यता के अनुसार काले रंग के कपड़े किसी भी शुभ काम में अच्छे नहीं माने जाते हैं. दिवाली के दिन लाल या पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है.