भूस्खलन बना संकट का पहाड़, मां वैष्णो देवी यात्रा फिर टली

भूस्खलन बना संकट का पहाड़, मां वैष्णो देवी यात्रा फिर टली
कटरा, : जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग को फिर से संकट में डाल दिया है। कटरा से भवन तक जाने वाले रास्तों पर जगह-जगह भूस्खलन होने से मार्ग पर भारी मलबा जमा हो गया है, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है। यह इस साल तीसरी बार है जब खराब मौसम के कारण यात्रा को निलंबित करना पड़ा है।
प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट: श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए हिमकोटी और पुराने मार्ग को बंद कर दिया है। भूस्खलन के कारण बैटरी कार, केबल कार और हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी निलंबित हैं। एनडीआरएफ और स्थानीय टीमें मलबा हटाने और मार्ग की मरम्मत में जुटी हैं, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना है, जिससे मरम्मत कार्य में देरी हो सकती है।
श्राइन बोर्ड की अपील: वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और केवल आधिकारिक सूत्रों, जैसे श्राइन बोर्ड की वेबसाइट या प्रशासन, से जानकारी लेने की अपील की है। बोर्ड ने कहा, "यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। मौसम में सुधार और मार्ग के पूरी तरह सुरक्षित होने के बाद ही यात्रा शुरू की जाएगी।" कटरा बेस कैंप में श्रद्धालुओं की भीड़ कम हो गई है, और कई तीर्थयात्री दर्शनी ड्योढ़ी पर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
पिछले हादसों का साया: 26 अगस्त 2025 को अर्धकुंवारी के पास हुए भूस्खलन में 13 से 34 श्रद्धालुओं की मौत की खबरें आई थीं, जिसके बाद यात्रा को कई दिनों तक निलंबित रखा गया था। हाल के भूस्खलन में सौभाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की, जो भूस्खलन का प्रमुख कारण बनी।
श्रद्धालुओं से सतर्कता की अपील: प्रशासन ने यात्रियों से मौसम की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने और अनधिकृत मार्गों का उपयोग न करने की सलाह दी है। यात्रा के दोबारा शुरू होने की तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। तब तक श्रद्धालुओं को कटरा में ठहरने की व्यवस्था प्रदान की जा रही है।
