चित्तौड़गढ़ में संथारा विशेषज्ञ छोटे जैन दिवाकर धर्म मुनि जी म.सा. का मंगलमय चातुर्मास प्रवेश

चित्तौड़गढ़ में संथारा विशेषज्ञ छोटे जैन दिवाकर धर्म मुनि जी म.सा. का मंगलमय चातुर्मास प्रवेश
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चित्तौड़गढ़ हलचल । चित्तौड़गढ़ में स्पष्ट वक्ता,लोह पुरुष छोटे जैन दिवाकर पूज्य गुरुदेव धर्म मुनि म.सा. आदि ठाणा 4 ,साध्वी श्री रत्न श्री जी म. सा.आदि ठाणा 4ने रविवार प्रातः 10 बजे मीरानगर जैन स्थानक से विहार कर गंभीरी नदी पुलिया, राणा सांगा बाजार होते हुए गांधीनगर किला रोड स्थित जैन दिवाकर स्वाध्याय साधना संस्थान भवन में चातुर्मासिक प्रवेश किया।चातुर्मास मंगल प्रवेश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाओ ने जोश ख़रोश और उत्साह से प्रवेश कार्यक्रम में भाग लिया।

मीडिया संयोजक सुधीर जैन ने बताया कि प्रवेश यात्रा में युवाओं और महिलाओं ने श्रद्धा और धार्मिक ऊर्जा से "जग में चमके जैन दिवाकर","चमक रहा भाई चमक रहा,जैन दिवाकर चमक रहा ",त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की", "वंदे वीरम , जय महावीरम", महावीर का क्या संदेश - जिओ और जीने दो व संथारा विशेषज्ञ धर्म मुनि जी की जय और साधु साध्वियों के नारे बुलाते हुए साथ चले। श्राविकाएँ और बालिकाएं मंगल गीत गाते हुए चल रहे थे।मंगल प्रवेश में दिल्ली,हरियाणा,मंदसौर,जावरा,भीलवाड़ा, डूंगला,बड़ी सादड़ी ,निंबाहेड़ा,शंभूपुरा आदि स्थानों से श्रावक श्राविकाएं सम्मिलित हुए। चातुर्मास स्थल पहुंचने चातुर्मास यात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हो गई ।धर्मसभा में धर्म मुनि ने उपस्थित श्रावक श्राविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पानीपत से चित्तौड़गढ़ तक की लंबी यात्रा के बाद चित्तौड़गढ़ में चातुर्मास के लिए श्रावक श्राविकाओं की निरंतर विनती और गुरु महाराज जैन दिवाकर चौथमल जी महाराज द्वारा वर्षो पूर्व चित्तौड़गढ़ में चातुर्मास करने के आदेश की पालना कर हृदय में प्रसन्नता है। उन्होंने अपने प्रवचन में सभी को जैन धर्म से जुड़ने और विशेषकर अपने परिवार के युवाओं और बच्चों को चातुर्मास में अधिक से अधिक लाने का आह्वान किया ताकि आने वाले समय में धर्म को धारण करने की भावना निरंतर बनी रहे। उन्होंने त्याग और तपस्या पर जोर देते हुए चातुर्मास काल में 24 घंटे नवकार मंत्र जाप के प्रभावी संचालन के लिए सभी श्रावक श्राविकाओं को प्रेरणा दी । धर्मसभा में सांसद सी पी जोशी ने पूज्य गुरुदेव धर्म मुनि के चातुर्मास को चित्तौड़गढ़ के लिए एक गौरव बताते है कहा कि गुरुदेव के पावन चरणों से शक्ति,भक्ति,त्याग और तपस्या की पावन भूमि आज धन्य हुई है। उन्होंने विश्वास जताया कि धर्म मुनि के चातुर्मास में चित्तौड़गढ़ में धर्म और संस्कृति की ज्ञान गंगा से क्षेत्र में सुख समृद्धि में अभिवृद्धि होगी और यह चातुर्मास युगों युगों तक अविस्मरणीय रहेगा। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ संस्थान अध्यक्ष किरण डांगी ने स्वागत उद्बोधन में सभी श्रावक श्राविकाओं के चातुर्मास मंगल प्रवेश में सम्मिलित होने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये चातुर्मास ऐतिहासिक हो इसके लिए सभी को समन्वित भावना से अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए पूज्य गुरुदेव धर्म मुनि जी महाराज सा द्वारा बताए गए सदमार्ग पर चलते हुए जैन धर्म की प्रभावना को आगे बढ़ा कर अपना जीवन सफल करना है । श्री जैन दिवाकर महिला परिषद की अध्यक्ष संगीता चीपड़ और बहनों द्वारा मंगल गीत से स्वागत किया गया। भीलवाड़ा से श्राविका लाड़ मेहता द्वारा गुरूवंदना की गई। श्रमण संघ के महामंत्री राजेश सेठिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। धर्म सभा के समापन के बाद श्रमण संघ और लाभार्थियों द्वारा प्रभावना वितरित की गई। चातुर्मास के प्रवचन दिनांक 10 जुलाई से प्रातः9 से 10 बजे श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय साधना संस्थान गांधीनगर ,किला रोड,इनकम टैक्स ऑफिस के पास होंगे ।

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