अमरनाथ यात्रा के लिए 2 जुलाई को बेस कैंप से रवाना होगा पहला जत्था ,अकेले न करें यात्रा

3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पवित्र यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस बार जम्मू डिवीजन में 180 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) कंपनियों की तैनाती की गई है जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक है। जम्मू जोन के आईजीपी भीम सेन टूटी ने यात्रियों को आवश्यक सलाह भी दी है।
3 जुलाई से शुरू होगी यात्रा.
38 दिन तक चलने वाली यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, जो 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित दक्षिण कश्मीर हिमालय की अमरनाथ गुफा तक दो मार्गों अनंतनाग जिले का पारंपरिक 48 किमी लंबा पहलगाम रूट और गंदरबल जिले का 14 किमी छोटा लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल रूट से पहुंचेगी।
जम्मू से रवाना होगा पहला जत्था
पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से 2 जुलाई को घाटी के लिए रवाना होगा। टूटी ने बताया कि जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रामबन, ये पांच जिले यात्रा मार्ग का हिस्सा हैं और सभी जगह CAPF की भारी तैनाती की गई है।
सुरक्षा के लिए रोड ओपनिंग पेट्रोल और नए मोर्चे
IGP ने बताया कि इस बार लखनपुर से जम्मू तक की रेंज में सुरक्षा बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि हमने रोड ओपनिंग पेट्रोल्स (ROP) भी शुरू की हैं और उन क्षेत्रों को भी कवर किया है, जहां पहले बहुत कम तैनाती होती थी।
यात्रियों से की खास अपील: अकेले न करें यात्रा
आईजीपी ने यात्रियों से अपील की कि वे जम्मू से घाटी की ओर यात्रा करने के लिए ऑफिशियल काफिले 2 जुलाई को बेस कैंप से रवाना होगा पहला जत्था के साथ ही चलें, न कि अकेले। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास हर यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, इसलिए अपील है कि स्वतंत्र यात्रा से बचें। हर दिन भगवती नगर कैंप से दो काफिले एक पहलगाम के लिए और दूसरा बालटाल के लिए सुरक्षा घेरे में रवाना होते हैं।