कष्टों से मिलेगी मुक्ति: पहले सोमवार पर इस नियम से करें भगवान शिव की पूजा

पहले सोमवार पर इस नियम से करें भगवान शिव की पूजा
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सावन माह भगवान शिव को समर्पित होता है. इस माह में भगवान शिव की पूजा आराधना से विशेष लाभ मिलता है. . ऐसे में भगवान शिव के भक्त आसानी से भोलेबाबा की पूजा अर्चना कर उनको प्रसन्न कर सकते हैं.

सावन के पहले सोमवार में पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि-विधान के बारे में जानने के लिए हलचल ने पंडित विक्रम सोनी से बातचीत की.

इसमें किसी भी प्रकार के मुहूर्त और योग की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में इस दौरान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिव मंदिर अवश्य जाएं और सभी पूजा नियमों का पालन करें।




सोमवार व्रत के दौरान इस विधि से करें पूजा

सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें। पूरे घर में गंगा जल छिड़कें और अच्छी तरह से पूजा कक्ष साफ करें। इसके बाद ईशान कोण में एक वेदी स्थापित करें। उसमें भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग विराजमान करें। गंगा जल और पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक करें। फिर बेलपत्र, फूल और सफेद चंदन के लेप से सजाएं। ॐ नमः शिवाय का जाप करें या महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार भी जाप कर सकते हैं।व्रती सोमवार व्रत कथा का पाठ करें। अंत में शिव आरती से पूजा को पूर्ण करें। पूजा में हुई गलती के लिए क्षमायाचना करें। शिव जी के आशीर्वाद के लिए शिवालय जाएं। तामसिक चीजों से इस पूरे माह परहेज करें। किसी के साथ गलत व्यवहार करने से बचें।




उन्होंने बताया की सावन में अक्सर लोग हरे रंग का वस्त्र पहनते हैं, इसलिए हरा रंग ही हो सके तो पहनें. इसके बाद भगवान शिव के मंदिर जाकर भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करें. साथ ही भोलेनाथ को बेलपत्र अर्पित करें. पांच अलग-अलग मौसमी फल भोलेनाथ को अर्पित करें. साथ ही कोई मीठा चीज भोलेनाथ को चढ़ाएं. इस दिन व्रत करने वाले को तामसिक चीजों का त्याग करना चाहिए. साथ ही ऊं नमः शिवाय का जाप करें.

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