क्यों होती है एसिडिटी? क्या है लक्षण और बचाव के तरीके
एसिडिटी एक ऐसी समस्या है जिसे लगभग हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार जरूर अहसास करता है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट में अधिक एसिड बनने लगता है. पेट में मौजूद एसिड पाचन क्रिया में सहायता करता है, लेकिन जब इसका स्तर अधिक हो जाता है तो पेट में असुविधा और जलन का कारण बन सकता है. अगर यह समस्या बार-बार होने लगे और सप्ताह में कम से कम दो या उससे अधिक बार हो तो यह एक बड़ी चिंता का कारण हो सकता है. यह इस बात का संकेत हो सकता है कि व्यक्ति को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) या अल्सर जैसी गंभीर बीमारी है. ऐसे में आइए जानते हैं एसिडिटी होने के पीछे क्या कारण हैं और इसके लक्षण क्या है.
एसिडिटी के कई कारण हो सकते हैं जैसे की मसालेदार और ताला-भुना भोजन, चाय, कॉफी, चॉकलेट या नमक का अधिक सेवन और शरीर में फाइबर की कमी. गलत आदतें भी एसिडिटी की समस्या पैदा कर सकती हैं, जैसे की धूम्रपान, शराब और सोडा का अधिक सेवन. गलत समय पर खाना या ओवर ईटिंग करना, खाना खाने के बाद तुरंत लेट जाना, नींद और फिजिकल एक्टिविटी की कमी भी इसके कारणों में शामिल है. इसके अलावा पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी और एंटीडिप्रेसेंट्स जैसी दवाइयों के सेवन से भी पेट में एसिड का स्तर बढ़ सकता है और एसिडिटी की समस्या हो सकती है. आइए जानते हैं इसके लक्षण क्या है.
क्या है एसिडिटी के लक्षण?
एसिडिटी का विशेष लक्षण मितली है, जिसमें व्यक्ति को उल्टी जैसा महसूस होता है. इसके साथ-साथ व्यक्ति को पेट से लेकर गले तक जलन महसूस हो सकती है. इसके अलावा बैड ब्रीथ, इंडाइजेशन और कब्ज की समस्या हो सकती है और मरीजों को अक्सर बेचैनी महसूस हो सकती है. एसिडिटी के गंभीर मामलों में अत्यधिक उल्टी हो सकती है और मुंह में खट्टा स्वाद बना रह सकता है, जिससे व्यक्ति को खाना निगलने में कठिनाई होती है. इसके साथ ही, कुछ मामलों में सीने और पेट में गंभीर दर्द भी हो सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं इससे बचाव कैसे करें.
ऐसे करें बचाव
डाइट में बदलाव
एसिडिटी से बचने के लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि आप अपने खाने-पीने का ध्यान रखें. अधिक तले, भुने, मसालेदार भोजन से बचें. देर तक भूखे न रहें और ओवर ईटिंग न करें.
कैफीन से करें परहेज
चाय, कॉफी, चॉकलेट, सोडा और अन्य कैफीन युक्त चीजों से परहेज करें. ये एसिडिटी की समस्या बढ़ा सकते हैं.
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
धूम्रपान और शराब का सेवन पेट में एसिड के स्तर को बढ़ाता है और पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करता है. ऐसे में धूम्रपान और शराब का सेवन न करें.
व्यायाम और फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा दें
फिजिकल एक्टिविटी और हल्का व्यायाम पाचन को सुधारने में मदद करता है. इसके अलावा वजन को कंट्रोल करें, अधिक वजन एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकता है.