बढ़ते प्रदूषण से बच्चे हो रहे साइनसाइटिस बीमारी का शिकार, ऐसे दिखते हैं लक्षण

बढ़ते प्रदूषण से बच्चे हो रहे साइनसाइटिस बीमारी का शिकार, ऐसे दिखते हैं लक्षण
X

देश में हर साल सर्दियों की दस्तक के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है. शहरी इलाकों में प्रदूषण ज्यादा होता है. पॉल्यूशन से फेफड़ों की कई बीमारियां होती है. इससे लंग्स इंफेक्शन से लेकर लंग्स कैंसर तक का रिस्क होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हवा ही खराब क्वालिटी बच्चों को साइनसाइटिस बीमारी का भी शिकार बना रही है. बचपन में होने वाले साइनसाइटिस का एक बड़ा कारण बढ़ता प्रदूषण है. पॉल्यूशन से साइनसाइिटस हो जाता है. इसकी वजह से बच्चों में नाक की एलर्जी हो जाती है. अगर समय पर इसकी ओर ध्यान न दें तो इससे साइनस संक्रमण और कान की समस्या तक हो सकती है.

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि माता-पिता को साइनसाइटिस की एलर्जी के इन ट्रिगर्स ( एयर पॉल्यूशन) के बारे में पता होना चाहिए. डॉक्टर ने साइनसाइटिस के बारे में डिटेल में बताया है.

क्या है साइनसाइटिस बीमारी

भुवनेश्वर के मणिपाल अस्पताल में ईएनटी विभाग में डॉ. आरवीएस कुमार बताते हैं कि एलर्जिक साइनाइटिस एक एलर्जी है, जो धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी से होती है. इसमें आमतौर पर छींक आना, नाक में रुकावट, खुजली और आंखों से पानी आना जैसे सभी लक्षण शामिल हैं. इन एलर्जी के होने के पीछे अलग-अलग कारण होते हैं, जिनमें मौसम में बदलाव और प्रदूषण बड़ा फैक्टर है. अगर इस बीमारी पर समय से ध्यान न दें तो यह एक क्रोनिक संक्रमण बन सकता है. लंबे समय तक इस एलर्जी के संपर्क में रहने वाले बच्चों की नाक के मार्ग में सूजन हो जाती है. इस सूजन से उनमें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और बड़ी जटिलताएँ पैदा हो सकती हैं.

साइनसाइटिस से क्या होता है

एलर्जिक राइनाइटिस के कारण सूजन हो जाती है, जो साइनस को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे बैक्टीरिया के विकास के लिए वातावरण बनता है और साइनस का इंफेक्शन होता है और बार-बार छींक आना और खांसी की समस्या होती है. लगातार खांसी आने से काफी समस्या होने लगती है. नाक की एलर्जी से यूस्टेशियन ट्यूब में तरह पदार्थ जमा होने के कारण छोटे बच्चों में अक्सर कान में संक्रमण होता है.

कैसे करें बचाव

धूल और पालतू जानवरों के संपर्क में आने से बचें.

साइसाइटिस होने पर डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें

इस बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें

बाहर जाने से पहले मास्क लगाएं

Next Story