बदलता मौसम बढ़ा सकता है जोड़ों के दर्द की समस्या, दवाई से बेहतर करें घरेलू उपाय
बदलते मौसम के साथ ही कई तकलीफें बढ़ने लगती हैं, उन्हीं में से एक है जोड़ों के दर्द की समस्या. ये समस्या जहां पहले बुजुर्गों को परेशान करती थी वही अब बिगड़ते लाइफस्टाइल के चलते ये समस्या युवाओं में भी देखने को मिल रही है और मौसम ठंडा होने के साथ ही ये समस्या अपने चरम पर होती है. लेकिन इसके लिए दवाईयां लेने से बेहतर होता है घरेलू उपाय करना.
जैसे जैसे मौसम बदल रहा है वैसे वैसे सुबह और शाम की ठंड बढ़ने लगी है. ऐसे में गठिया और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों की समस्या बढ़नी शुरू हो गई है. वैसे तो गठिया की समस्या हमेशा बनी रहती है लेकिन ठंड में खासकर जोड़ों में रह-रहकर दर्द भरी टीस उठती है जिससे दैनिक दिनचर्या के काम करना भी मुश्किल हो जाता है. ठंडे मौसम के कारण जोड़ों में गंभीर दर्द, हाथ-पैरों की उंगलियों में सूजन आनी शुरू हो जाती है जिससे किसी चीज तक को पकड़ने में कठिनाई होती है.
घरेलू उपायों से करें इलाज
ऐसे में डॉक्टर बार-बार दवाईयां लेने से बेहतर घरेलू इलाज को मानते हैं. घरेलू इलाज से इस दर्द और सूजन को कम करने में काफी मदद मिलती है.
एक्सरसाइज हालांकि इस समय दर्द काफी बढ़ जाता है लेकिन अगर आप इस असुविधा में भी हल्की हल्की मूवमेंट वाली एक्सरसाइज करेंगे तो आपको इसमें काफी राहत मिलेगी. इससे रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद मिलती है. जैसे जैसे ब्लड गर्म होता है वैसे वैसे हाथ पैर खुलने लगते हैं और सूजन कम होनी शुरू हो जाती है. इसलिए आप डॉक्टर के परामर्श अनुसार अपनी सुविधा के मुताबिक एक्सरसाइज करें. जिसमें हाथ पैरों की मूवमेंट शामिल हो.
स्ट्रेचिंग यदि आपके पास एक्सरसाइज करने के लिए समय न हो तो आप रोजाना स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं. इससे हाथ-पैरों की मूवमेंट करने से दर्द में काफी आराम मिलता है. आप बैठे बैठे भी स्ट्रेचिंग कर सकते हैं.
शरीर को गर्म रखें – ठंड से ये दर्द काफी अधिक बढ़ जाता है इसलिए शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें. हाथ पैरों की उंगलियों को जुराब और दस्तानों से ढककर रखें.
गर्म पानी की सिंकाई इस दौरान जिस हिस्से में दर्द हो उसे गर्म पानी से सिंकाई करने से भी काफी हद तक आराम मिलता है, पानी को हल्का गुनगुना रखें. उसमें आप सरसों का तेल भी मिला सकते हैं. पैर या हाथ को उसमें डुबा कर रखें और सिंकाई के बाद उसे साफ कपड़े से पोछकर जुराब या दस्तानों से ढक लें. ऐसा करने से काफी आराम मिलता है. सिंकाई के बाद ठंड में बाहर न निकलें. कोशिश करें कि सिंकाई रात को सोते समय करें. इससे सूजन को कम करने में भी मदद मिलती है.
गर्म तेल से मालिश आप हल्के गुनगुने तेल से उस हिस्से की हल्की हल्की मालिश भी कर सकते हैं. इससे भी काफी आराम मिलता है. मालिश के बाद उस हिस्से को गर्म कपड़े से ढक कर रखें और हवा न लगने दें.
दवाईयां समय पर लें – अगर आपकी दर्द को लेकर कोई दवा चल रही है तो समय पर दवा जरूर लें और दवाई के कोर्स को पूरा जरूर करें. सर्दियों में अपना ध्यान रखें और बेवजह बाहर निकलने से बचें.