लो ब्लड प्रेशर बुजुर्गों के लिए क्यों बन जाता है जानलेवा, कैसे शुरुआत में करें इसकी पहचान

लो ब्लड प्रेशर बुजुर्गों के लिए क्यों बन जाता है जानलेवा, कैसे शुरुआत में करें इसकी पहचान
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ब्लड प्रेशर का सामान्य रहना शरीर के स्वस्थ रहने के लिए बेहद जरूरी है. ब्लड प्रेशर बढ़ना और घटना दोनों ही गंभीर समस्याएं है. लेकिन लो ब्लड प्रेशर कुछ मामलों में हाई बीपी से ज्यादा खतरनाक हो सकता है. खासतौर पर अगर बुजुर्गों की बात करें तो यह उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है. हाल ही में देश की दो बड़ी हस्तियों का निधन भी इस समस्या के चलते हुआ है. रतन टाटा को भी लो बीपी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. वहीं, लोक गायिका शारदा सिन्हा को ब्लड कैंसर था, लेकिन उनकी हालत सेप्टिसीमिया बीमारी के कारण बिगड़ी थी, जिसमें उनका बीपी लो हो गया था . ऐसे में यह जानना जरूरी है की बढ़ती उम्र में लो बीपी क्यों खतरनाक है और इसकी शुरुआत में कैसे पहचान की जा सकती है.

इसके लिए पहले ब्लड प्रेशर को समझना बेहद जरूरी है. ब्लड प्रेशर हमारी धमनियों के अंदर खून के दबाव को कहते हैं. दिल हमारे शरीर में मौजूद खून को पंप करता है और ये पंप हुआ खून फिर सारे शरीर में जाता है. यही धमनियां शरीर में पंप किए खून के साथ ऑक्सीजन और पोषक तत्त्वों को पहुंचाती है. लेकिन खानपान की गलत आदतें, खराब लाइफस्टाइल, बढ़ती उम्र और मानसिक तनाव के कारण बीपी बढ़ या घट जाता है. अगर बीपी लो होता है, जो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.

क्यों होता है लो ब्लड प्रेशर

जब शरीर में खून पहुंचा रही धमनियों ( नसों) में किसी तरह की रूकावट होती है तो दिल को खून को पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे ये दबाव बढ़ जाता है जिसे हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति कहते हैं. वही इससे उल्ट जब दिल सामान्य से कम दबाव पर खून को पप करता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर की स्थिति कहते हैं. सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80मिमी एचजी के बराबर होता है लेकिन जब ये 90/60 मिमी एचजी पहुंच जाए तो लो ब्लड प्रेशर होता है.

लो बीपी बुजुर्गों के लिए क्यों खतरनाक

लेडी हार्डिंग अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉक्टर अशोक अग्रवाल बताते हैं कि बुजुर्गों के लिए लो बीपी खतरनाक हो जाता है. मेडिकर की भाषा में लो बीपी कोहाइपोटेंशन कहते हैं. बढ़ती उम्र में लो बीपी के कारण हार्ट के फंक्शन पर गंभीर असर पड़ता है. इस वजह से हार्ट सही तरीके से खून को पंप नहीं कर पाता. खून सही पंप न होने से शरीर के सभी अंगों में ब्लड सप्लाई ठीक तरीके से नहीं हो पाती. इसका असर हार्ट और ब्रेन दोनों पर पड़ता है. इससे ये अंग सही तरीके से काम नहीं कर पाते हैं. हार्ट फेल हो सकता है या स्ट्रोक भी आ सकता है, जो मौत का कारण बनता है.

लो ब्लड प्रेशर होने के कारण

डॉक्टर कहते हैं कि ब्लड प्रेशर कम होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें सबसे अहम बढ़ती उम्र है. इसके अलावा शरीर में पानी की कमी, थॉयराइड और स्ट्रेस के कारण भी लो ब्लड प्रेशर हो सकता है.

लो ब्लड प्रेशर के लक्षण

– बेहोशी आना

– चक्कर खाकर गिरना

– उल्टी आना

– धुंधला नजर आना

– सांस लेने में परेशानी

– अत्यधिक थकान और कमजोरी

लो बीपी से बचाव कैसे करें बुजुर्ग

– अपने खाने-पीने का ध्यान रखें, खाने को मिस न करें.

– ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आदत डालें.

– स्ट्रेस न लें.

– रोजाना आधे घंटे की वॉक करें.

– पर्याप्त नींद लें.

– समय पर दवाईयां लें.

– रूटीन चेकअप करवाएं.

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