स्‍वस्‍थ आंखों के ल‍िए कब और क‍ितने समय में बदलना चाह‍िए नजर का चश्‍मा? जानें

स्‍वस्‍थ आंखों के ल‍िए कब और क‍ितने समय में बदलना चाह‍िए नजर का चश्‍मा? जानें
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भीलवाड़ा(राजाराम वैष्णव) ज‍िन लोगों की नजर कमजोर होती है, वह नंबर वाले चश्‍मों का इस्‍तेमाल करते हैं। चश्‍मों की मदद से साफ नजर आता है। चश्‍मा लगाकर आप आंखों को ज्‍यादा कमजोर होने से बचा जा सकते हैं। चश्‍मा लगाकर पढ़ने और काम करने में आसानी होती है। लोगों की आंखें समय के साथ कमजोर होती हैं और उन्‍हें आंखों को सपोर्ट देने के ल‍िए चश्‍मे का प्रयोग करना पड़ता है। लेक‍िन चश्‍मे के प्रयोग से पहले आपको पता होना चाह‍िए क‍ि चश्‍मा कब और क‍ितनी बार बदलना चाह‍िए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए प्रेम आई केयर & ऑप्टिकल हमीरगढ़ के नेत्र सहायक (ऑप्टोमेट्रिस्ट) मयंक वैष्णव ने बताया की।

ये लक्षण देते हैं चश्‍मा बदलने का संकेत-

•आंखों से धुंधला नजर आए, तो चश्‍मा बदल लेना चाह‍िए।

•देखने में परेशानी हो रही हो, तो चश्‍मा बदलना चाह‍िए।

•अगर चश्‍मा लगाकर स‍िर में तेज दर्द होता है, तो चश्‍मा बदल लें।

•चश्‍मे का लेंस साफ करने के बाद भी साफ नहीं होता, तो आपको चश्‍मा बदलना चाह‍िए।

नजर वाले चश्‍मे क‍ितने समय में बदलने चाह‍िए?-

•साल में 1 बार आपको अपना चश्‍मा जरूर बदलना चाह‍िए। इस तरह आप आंखों को स्‍वस्‍थ रख पाएंगे।

•जैसे ही आपको नजर आए क‍ि चश्‍मे में स्‍क्रैच लगे हैं या लेंस खराब हो रहा है, तो आपको चश्‍मा बदल लेना चाह‍िए।

•अगर आपकी आंखों का नंबर बदला है, तो भी चश्‍मा तुरंत बदलना चाह‍िए।

•लेंस टूटने या दरार आने की स्‍थ‍ित‍ि में चश्‍मा बदल लेना चाह‍िए।

चश्‍मे को खराब होने से कैसे बचाएं?

अगर आपके चश्‍मे का लेंस खराब होगा, तो आपकी आंखें कमजोर होंगी। साथ ही स‍िर में दर्द, आंखों से पानी आना और चक्‍कर आने जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। चश्‍मे को खराब होने से बचाने के ल‍िए इन ट‍िप्‍स को फॉलो करें-

•चश्‍मे को इस्‍तेमाल करने से पहले लेंस क्‍लीनर का प्रयोग करें, इससे लेंस साफ रहेगा और आपकी आंखें स्‍वस्‍थ रहेंगी।

•चश्‍मे का इस्‍तेमाल करने के बाद उसे चश्‍मे के बॉक्‍स में रखना न भूलें। इससे लेंस में धूल-म‍िट्टी इकट्टा नहीं होगी।

•अच्‍छी क्‍वॉल‍िटी वाले लेंस और फ्रेम का इस्‍तेमाल करें।

•चश्‍मे को साफ करने के ल‍िए केवल माइक्रोफाइबर और सॉफ्ट फैब्र‍िक का ही प्रयोग करें।

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