तंबाकू न खाने वाले भी हो रहे मुंह के कैंसर का शिकार, डॉक्टर ने बताए ये कारण

भारत में साल 2020 के बाद से हर साल कैंसर के 13 लाख से अधिक नए मामले आ रहे हैं. कैंसर शरीर के किसी भी अंग में हो जाता है. बीते कुछ सालों में मुंह के कैंसर के मामले भी काफी बढ़े हैं. कम उम्र में ही लोग इसका शिकार हो रहे हैं. आमतौर पर माना जाता है कि मुंह का कैंसर तंबाकू खाने से होता है. यह बात ठीक भी है, लेकिन अब एक नई रिसर्च से पता चला है कि माउथ कैंसर का शिकार हुए 57 फीसदी लोगों ने कभी तंबाकू का सेवन नहीं किया था. फिर भी वह कैंसर का शिकार हो गए.
जब किसी व्यक्ति के मुंह, जीभ गले और गले के नीचे के हिस्से में सेल्स तेजी से बढ़ने लगती हैं तो यह ओरल कैंसर कहलाता है. इसके मुंह का कैंसर भी कहा जाता है. केरल के वीपीएस अस्पताल की रिसर्च में पता चला है कि बीते कुछ सालों में मुंह के कैंसर के 57 फीसदी मरीज ऐसे थे जिन्होंने कभी भी तंबाकू का सेवन नहीं किया था. यहां तक की ये लोग शराब भी नहीं पीते थे. फिर भी इन लोगों को मुंह का कैंसर हो गया था.
पुरुषों में ज्यादा मामले आ रहे
रिसर्च में पता चला है कि कुल मरीजों में से 76 फीसदी पुरुष थे और 24 फीसदी महिलाएं थी. रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक हैरान करने वाली स्टडी है क्योंकि अभी तक मुंह के कैंसर के जो मामले आते थे वह उन लोगों में देखे जाते थे जो सालों से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि माउथ की नियमित सफ़ाई न करना, जेनेटिक और प्रदूषण के कारण भी मुंह का कैंसर होने की आशंका रहती है, लेकिन फिलहाल इस रिसर्च को करने वाले वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि तंबाकू का सेवन न करने वाले मरीजों में मुंह के कैंसर का कारण क्या है.
हर साल बढ़ रहे मामले
भारत में हर साल मुंह के कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनियाभर में मुंह के कैंसर के कुल मामलों में से 12 फीसदी केवल भारत से हैं. भारत में पुरुषों में लंग्स कैंसर के बाद मुंह का कैंसर सबसे आम है. हर साल इस बीमारी के 1 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं.
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
लगातार मुंह के छाले
जीभ या मुंह में लाल या सफेद धब्बे
मुंह के अंदर गांठ
खाना निगलने में कठिनाई होना
गर्दन या गले में सूजन बने रहना
बिना कारण वजन कम होना