भीलवाड़ा: असाध्य बीमार बुजुर्गों को अब घर पर मिलेगा इलाज — ‘होम बेस्ड पेलीएटिव केयर’ योजना की शुरुआत

भीलवाड़ा राजस्थान सरकार ने गंभीर और लाइलाज बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्गों के लिए मानवीय पहल करते हुए ‘होम बेस्ड पेलीएटिव केयर’ योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से उन मरीजों को घर पर ही उपचार, देखभाल और परामर्श की सुविधा दी जाएगी, जिन्हें अस्पताल तक पहुंचना संभव नहीं होता।
🏠 योजना की मुख्य विशेषताएं:
लाभार्थी: कैंसर, लकवा, किडनी, हृदय व साँस की बीमारियों से पीड़ित 70 वर्ष या अधिक उम्र के बुजुर्ग
सेवा स्थान: मरीज के घर पर
सेवाएं:
नर्सिंग केयर
नि:शुल्क दवाएं (संजीवनी योजना के तहत)
दवाओं का समय पर सेवन सुनिश्चित करना
परामर्श व स्वास्थ्य निगरानी
सेवाएं उपलब्ध कराने वाली टीम:
मेडिकल ऑफिसर
नर्सिंग ऑफिसर
एएनएम
🩺 कैसे होगी सेवा की शुरुआत?
मरीजों की पहचान:
जिला अस्पताल द्वारा तैयार सूची
सूचना प्रवाह:
सूची संबंधित ब्लॉक सीएचसी, पीएचसी और स्वास्थ्य उपकेंद्र तक भेजी जाएगी
सेवाओं का क्रियान्वयन:
चयनित मरीजों के घर जाकर चिकित्सा दल सेवाएं प्रदान करेगा
✅ पात्रता मानदंड:
श्रेणी विवरण
बीमारी लाइलाज/गंभीर रोग (कैंसर, हृदय, किडनी, लकवा आदि)
आयु सीमा 70 वर्ष या अधिक (विशेष मामलों में कम उम्र वाले भी पात्र हो सकते हैं)
लिंग कोई बाध्यता नहीं
गतिशीलता जो अस्पताल आने-जाने में असमर्थ हैं
📝 आवेदन प्रक्रिया:
आवेदन:
नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें
दस्तावेज़:
चिकित्सा प्रमाणपत्र
पहचान पत्र
निवास प्रमाण
सिफारिश:
किसी मेडिकल ऑफिसर या अस्पताल से रेफरल आवश्यक हो सकता है
साक्षात्कार:
कुछ मामलों में स्वास्थ्य टीम द्वारा घर पर विज़िट और मूल्यांकन
🚑 योजना का शुभारंभ:
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ ने योजना का शुभारंभ करते हुए चिकित्सा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उप सीएमएचओ ने बताया कि योजना का मकसद अंतिम चरण के मरीजों की तकलीफ को कम करना है।
🎯 लक्ष्य:
मरीजों को सम्मानजनक जीवन देना
अस्पतालों पर बोझ कम करना
घर के वातावरण में उपचार से मानसिक शांति प्रदान करना
अगर आप चाहें तो इस योजना पर एक जन-जागरूकता पोस्टर, समाचार बुलेटिन, या स्वास्थ्य शिविर सूचना पेम्फलेट भी तैयार किया जा सकता है। बताइए किस रूप में चाहिए?
