नई बीमारी से सावधान: नंगे पैर चलना बन सकता है खतरा!

अगर आप सड़कों, खेतों या गंदगी भरे इलाकों में नंगे पैर घूमते हैं या चप्पल उतारकर काम करते हैं, तो अब सावधान हो जाइए! कुत्ते-बिल्लियों के मल से फैलने वाली एक नई बीमारी, क्यूटेनियस लार्वा माइग्रेंस (सीएलएम), तेजी से आम लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। यह बीमारी त्वचा पर रेंगने वाले कीड़े के रूप में जानी जाती है और लापरवाही अब भारी पड़ सकती है।
जयपुर में सामने आया मामला
झुंझुनूं जिले की 55 वर्षीय महिला को पिछले तीन महीनों से त्वचा पर लाल, टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें और असहनीय खुजली ने परेशान कर रखा था। घरेलू उपचार और मलहम से कोई राहत नहीं मिली। जयपुर के एक निजी अस्पताल में जांच के बाद पता चला कि वह सीएलएम से पीड़ित है। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश माथुर ने बताया कि यह बीमारी उन लोगों में ज्यादा देखी जा रही है, जो नंगे पैर मिट्टी, खेतों या गंदे स्थानों में चलते हैं।
कैसे फैलती है यह बीमारी?
कुत्ते और बिल्लियों की आंतों में रहने वाले परजीवी कीड़े अपने अंडे मल के जरिए बाहर छोड़ते हैं। गर्म और नम मिट्टी में ये अंडे फूटकर छोटे लार्वा बन जाते हैं। जब इंसान का पैर या त्वचा ऐसी दूषित मिट्टी के संपर्क में आती है, तो ये लार्वा त्वचा में घुसकर सांप जैसी लकीरें बनाते हुए रेंगते हैं। यह बीमारी जानलेवा नहीं है, लेकिन समय पर इलाज न होने पर गंभीर परेशानी का कारण बन सकती है।
लक्षण क्या हैं?
त्वचा पर लाल, टेढ़ी-मेढ़ी लकीरनुमा चकत्ते
रात में असहनीय खुजली
खुजली से घाव, पपड़ी या पस का बनना
कुछ मामलों में नींद न आना और बेचैनी
दुर्लभ मामलों में परजीवी शरीर के अंदर जाकर आंतों या फेफड़ों को प्रभावित कर सकते हैं
बचाव और इलाज
डॉ. माथुर के अनुसार, इस बीमारी का इलाज संभव है। डॉक्टर की सलाह से कुछ दिनों तक दवाएं लेने से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है। खुजली और घावों के लिए सहायक दवाएं भी दी जाती हैं। बचाव के लिए जरूरी है:
नंगे पैर गंदी मिट्टी, खेतों या सड़कों पर न चलें
पालतू जानवरों के मल को नियमित साफ करें
गीले और गंदे इलाकों में चप्पल या जूते पहनें
त्वचा पर असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
चेतावनी
यह बीमारी गांवों और शहरों, दोनों जगह फैल रही है। खासकर बारिश के मौसम में गीली मिट्टी के कारण खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि छोटी सी लापरवाही अब बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। अगर आप भी नंगे पैर खेतों या सड़कों पर घूमते हैं, तो अभी से सतर्क हो जाइए, वरना यह 'रेंगने वाला कीड़ा' आपकी त्वचा को निशाना बना सकता है!
