अपने डॉक्टर स्वयं बनने हेतु प्रयोग बताए गए

अपने डॉक्टर स्वयं बनने हेतु प्रयोग बताए गए
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सरोज देवी फाउंडेशन एवं प्राणिन फाउंडेशन के द्वारा मोदी ग्राउंड में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम स्वास्थ्य षडयंत्रों के युग में अपने डॉक्टर स्वयं बनें के पहले सत्र में कई उदाहरण के द्वारा सरल प्रयोग बताए गए। सांयकाल 5 बजे इस्कॉन मंदिर के साधकों द्वारा कीर्तन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। भीलवाड़ा नगर निगम के उप महापौर रामनाथ योगी, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य भगवान सिंह चौहान, पूर्व यूआईटी चेयरमैन लक्ष्मी नारायण डाड, भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष एडवोकेट लादू लाल तेली, पूर्व नगर अध्यक्ष कन्हैया लाल स्वर्णकार, प्रदीप सांखला, चेतन मानसिंहका एवं रामेश्वर लाल छिपा, श्याम सुंदर सोमानी ने दीप प्रज्वलन किया। तत्पश्चात विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक उत्तम माहेश्वरी ने बताया कि स्वयं को तो सभी बचाते हैं जो दूसरे को बचाने के लिए स्वयं का बलिदान कर दे उसे ही माता का दर्जा दिया जा सकता है इसलिए हमारे यहां धरा अर्थात भारत को, वनस्पति क्षेत्र में तुलसी को एवं गाय को माता का दर्जा दिया गया है। जैसे-जैसे हम जन्मभूमि, तुलसी व गौमाता से दूर होते जा रहे हैं वैसे-वैसे रोगों की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। उन्होंने प्रकृति से जुड़कर रहने एवं गौ माता के द्वारा प्रदत्त पांचो अमृत दूध, दही, गौमूत्र, गौबर और गाय के घी के साथ प्राकृतिक जीवन शैली अपनाने की बात कही। 3 घंटे तक चले सत्र में माहेश्वरी ने कई जीवंत व व्यावहारिक उदाहरण देते हुए उपस्थित जन समूह को समझाया कि हमें रोगों के आने के बाद इलाज करने वाली एलोपैथी की बजाय रोग आए ही नहीं ऐसे विज्ञान पर विश्वास करना चाहिए । उन्होंने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष प्रयोग करते हुए सकारात्मक एवं नकारात्मक ऊर्जा व असली नकली की पहचान बताई।




उन्होंने बताया देशी गाय के घी की कुछ बूंदें रात को सोते समय नाक में डालने से कई प्रकार की बीमारियां तो दूर होती ही है साथ ही बुद्धि व ऊर्जा में भी लाभदायक वृद्धि होती है।

कार्यक्रम के दौरान मुंबई से आए एडवोकेट राजू गुप्ता का सम्मान किया गया जिन्होंने गौ माता के बचाव के संबंध में अनेक कैसे लड़े हैं एवं गौ रक्षकों के सहयोग के लिए जाने जाते हैं।

कार्यक्रम में संजय राठी, शंभू वैष्णव, गजेंद्र सिंह राठौड़, दिनेश सुथार, महावीर प्रसाद भट्ट, विवेक निमावत, जयकांत पत्रिया आदि प्रबुद्ध लोगों के साथ शहर एवं आसपास के क्षेत्र से आए लोगों ने सत्र से लाभ लिया। कार्यक्रम हेतु सुशील डांगी कैलाश कोठारी एवं टीम का विशेष सहयोग रहा। संचालन सत्यम शर्मा व बाबूलाल तक ने किया।

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