बढ़ती उम्र, तनाव और गलत खानपान से भी कमजोर हो सकते हैं पैर ... तो ये करे

मिलावटी और गलत खाने पान स्वास्थ्य को खराब कर रहे हे , ऐसे में आजकल लोगों ओर खाकर महिलाओं में पैरों में दर्द की शिकायत बढ़ रही हे। जबकि पैर हमारे शरीर की नींव हैं, जिसे स्वस्थ रखना जरूरी हैं। मगर, इनका स्वस्थ होना पैरों की हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों की मजबूती पर निर्भर करते हैं। इसके अलावा बढ़ती उम्र, तनाव से भी पैर कमजोर हो सकते हैं।
ऐसे में सही पोषण से इन्हें न केवल ताकतवर बनाया जा सकता है, बल्कि कई समस्याओं से बचा भी जा सकता है। यहां कुछ सुपरफूड्स जो आपके पैरों को मजबूती प्रदान करेंगे। जानिय इनके बारे में…
दूध और डेयरी प्रॉडक्ट्स
दूध, दही और पनीर कैल्शियम और विटामिन डी के बेहतरीन स्रोत हैं। ये हड्डियों की डेंसिटी बढ़ाते हैं और फ्रैक्चर के खतरे को कम करते हैं। नियमित रूप से 1-2 गिलास दूध पिएं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, ब्रॉकली और सरसों जैसी सब्जियों में आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर होते हैं। ये मांसपेशियों को ताकतवर बनाती हैं और हड्डियों को सहारा देती हैं।
बीन्स और दालें
राजमा, मूंग और चना जैसी बीन्स और दालें प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। ये मांसपेशियों के विकास और उनके मजबूती के लिए जरूरी पोषण प्रदान करती हैं।
मछली
साल्मन, टूना और मैकेरल जैसी मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होता है। ये हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद हैं।
अंडा
अंडा प्रोटीन और विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत है। यह मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
ड्राई फ्रूट्स और नट्स
बादाम, अखरोट और काजू जैसे ड्राई फ्रूट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और कैल्शियम होते हैं। ये मांसपेशियों की थकान को कम करते हैं और जोड़ों को लचीला बनाए रखते हैं।
केला
केले में पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो मांसपेशियों की ऐंठन को रोकते हैं और थकान कम करते हैं।
गुड़ और तिल
गुड़ आयरन का और तिल कैल्शियम और का भंडार हैं। इनका सेवन हड्डियों की मजबूती को बनाए रखने और शरीर में खून की कमी को दूर करता है।
हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन और दर्द को कम करता है। हल्दी वाले दूध का सेवन हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखता है।
इन सुपरफूड्स को अपनी डेली डाइट में शामिल कर आप पैरों को मजबूत और सक्रिय बनाए रख सकते हैं। इसके साथ ही नियमित व्यायाम भी जरूरी है