परखे ले पहले: देशी घी की जगह आप कहीं डालडा और आलू से बना मिलावटी घी तो नहीं खा रहे हे

देशी घी की जगह  आप कहीं  डालडा और आलू  से बना  मिलावटी घी  तो नहीं खा रहे हे

देशी घी महंगा होने के कारण हर कोई इसे खरीदने में सक्षम नहीं होता है। इसी चीज का फायदा लोग बाजार में मिलावटी घी बेचकर उठाते हैं।

मिलावटी घी बहुत सस्ते में तैयार हो जाती है। जिससे इसे दूसरों के मुकाबले कम कीमत पर बेचने पर भी मुनाफा कमाया जा सकता है। ऐसे में लोग सस्ते में घी के कीमती फायदों को लेने के लिए बिना सोचे समझें तैयार हो जाते हैं। लेकिन मिलावटी घी शरीर को किसी भी तरह का लाभ नहीं देता है, उल्टा खराबी कर सकता है। ऐसे में नकली घी को पहचानने के लिए हम यहां आपके साथ बहुत सरल उपायों को शेयर कर रहे हैं।


इन चीजों को मिलाकर तैयार होता है नकली घी

घी में मिलावट करने के लिए सस्ते और खराब क्वालिटी के तेल जैसे वेजिटेबल तेल, पिघला हुआ बटर, डालडा और हाइड्रोजेनेटेड तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसमें आलू और शकरकंद को मसल कर भी मिलाया जाता है।

नारियल तेल की मिलावट

घी को गर्म करे और फिर उसे कांच के ग्लास में डालकर फ्रीज में रख दे। थोड़ी देर बाद ठोस होने लगेगा, तब ध्यान से देखे:

नकली घी: दो अलग परत बनेगी

असली घी: एक ही परत बनेगी।

पिसा हुआ उबले आलू या अन्य तरह के स्टार्च की मिलावट

स्टार्च वाले चीजें जैसे की उबला हुआ आलू की मिलावट की जांच का सबसे बेहतर तरीका है आयोडीन टेस्ट। आयोडीन आप बाजार में मेडिकल की दुकानों से खरीद सकते है। यह ड्रॉपर और पेस्ट दोनों में उपलबध है। आयोडीन लाल-भूरा रंग का होता है।

टेस्ट के लिए सबसे पहले एक चमच घी को कटोरी में लीजिये और उसमे आयोडीन डालकर अच्छे से मिलाये, अब ध्यान से देखे:

नकली घी: आयोडीन का रंग लाल भूरा से बदलकर गहरा नीला हो जायेगा।

असली घी: आयोडीन के रंग में कोई बदलाव नहीं होगा।

पशु चर्बी की मिलावट की पहचान।

चूँकि घर पर बनाया गया दानेदार होता है, तो डुप्लीकेट घी बनाने वाले दानेदार बनाने के लिए उसमे पशु चर्बी डालते है।

इसके लिए आपको जरूरत पड़ेगी कॉफ़ी फ़िल्टर यानि छननी की। अब एक चमच घी फ़िल्टर में डालिये और उसको छानने की कोशिश कीजिये। अगर घी छन नहीं रहा है तो हल्का सा हिलाये।

अब फ़िल्टर पर ध्यान दे:

नकली घी: फ़िल्टर पर दाना दाना जैसा बच जायेगा, यह पशु चर्बी है।

असली घी: सारा घी फ़िल्टर से छान जायेगा, फ़िल्टर पर दानेदार जैसा कुछ भी नहीं बचेगा।

रंगीन तेल की मिलावट

शुद्ध घी को जब हम बिना हिलाये कुछ दिनों तक छोड़ देते है तब उसमे एक तेल जैसे परत दिखती है, पर यह तेल नहीं होती। इसी तरह की परत नकली घी में बनाने के लिये उसमे रंगीन तेल मिलाये जाते है।

तो कैसे पता लगाये की कोन सी घी असली है या नकली ?

इसकी जाँच के लिए आप घी को २-४ दिन बिना हिलाये छोड़ दे अब तेल जैसी जो चीज दिखेगी उसको एक अलग कटोरी में निकल ले। अब एक कांच के ग्लास में गर्म पानी लीजिये, इसमें वो निकला हुआ तेल जैसा द्रव्य डाल दीजिये। इसके बाद ग्लास को फ्रीज में १ घंटे तक रख दे। एक घंटे बाद उस ग्लास में चमच को डाल कर अच्छी तरह से चमच हिलाये। अब चमच को ध्यान से देखे।

नकली घी: अगर नकली घी होगा तो चमच में आपको रंगीन तेल मिलेगा।

असली घी: अगर घी शुद्ध होगा तो आपको चमच में घी मिलेगा।

वनस्पति की मिलावट

इसके लिए हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की जरूरत पड़ेगी। टेस्ट के लिए, घी में इसकी कुछ बुँदे मिलाये और ध्यान से देखे।

नकली घी: इसमें दो अलग अलग परत दिखेगी।

असली घी: इसमें कुछ बदलाव नहीं आएगा।

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