अरहर की दाल, राजमा और फूलगोभी समेत इन चीजें से बना लें दूरी, बढ़े हुए यूरिक एसिड के मरीजों के लिए विशेषज्ञों की सलाह

अरहर की दाल, राजमा और फूलगोभी समेत इन चीजें से बना लें दूरी, बढ़े हुए यूरिक एसिड के मरीजों के लिए विशेषज्ञों की सलाह
X

खून में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है. यह गाउट, किडनी स्टोन और किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है. इसके अलावा, यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर मेटाबोलिक सिंड्रोम, हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर के रिस्क को भी बढ़ा सकता है. इसे हाइपरयूरिसीमिया भी कहा जाता है.

हाइपरयूरिसीमिया क्या होता है?

हाइपरयूरिसीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में यूरिक एसिड का लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है. यह एक बहुत ही आम समस्या है, और यदि इसका इलाज न किया जाए, तो यह गाउट या किडनी स्टोन जैसी दर्दनाक स्थितियों को जन्म दे सकती है. चूंकि शुरुआत में इसके कोई लक्षण नहीं दिखते, इसलिए समय पर इसका इलाज करना ना होने के कारण परेशानी बढ़ जाती है. इस रोग में हार्ट अटैक आने की संभावना भी अधिक होती है.

यूरिक एसिड कैसे करें कंट्रोल

अगर आप कुछ बातों पर ध्यान दें तो आप अपने खून में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं. इनमें रेगुलर एक्सरसाइज करना, हेल्दी वजन बनाए रखना, शराब का सेवन सीमित करना और प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना शामिल है. साथ ही, रेड मीट से परहेज करके और अपने दैनिक आहार पर अधिक ध्यान देकर इसे कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.


अरहर की दाल: वैसे तो दालों में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, लेकिन कुछ दालों जैसे अरहर दाल, मसूर दाल और उड़द दाल में प्यूरीन की मात्रा मध्यम से हाई होती है. यह प्यूरीन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है, जो कुछ लोगों में गाउट और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. आपको बता दें, प्यूरीन एक केमिकल कंपाउंड है जो हमारे शरीर में टूटकर यूरिक एसिड में बदल जाता है. ऐसे में जितना हो सके इन दालों का सेवन करने से बचें.

फूलगोभी: फूलगोभी क्रूसीफेरस परिवार का सदस्य है. इसमें मीडियम अमाउंट में प्यूरीन होता है. बहुत अधिक फूलगोभी खाने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है. इसलिए, फूलगोभी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.

Next Story