दिल से जुड़ा है दिमाग की इस बीमारी का तार, ऐसे याददाश्त हो जाती है कमजोर

दिल से जुड़ा है दिमाग की इस बीमारी का तार, ऐसे याददाश्त हो जाती है कमजोर
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द लैंसेट की रिसर्च में पता चला है की दिल की बीमारी का कनेक्शन दिमाग से है. जिन लोगों की हार्ट हेल्थ अच्छी नहीं है उनको दिमाग की बीमारी डिमेंशिया का खतरा रहता है. ऐसे में ये जरूरी है कि हार्ट हेल्थ का ध्यान जरूर रखें.अकसर माना जाता है की हार्ट डिजीज और दिमागी बीमारियों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि हार्ट डिजीज का कनेक्शन दिमाग की बीमारी डिमेंशिया ( याददाश्त कमजोर होना) से है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इन दोनों ही बीमारियों के रिस्क फैक्टर एक ही हैं. उदाहरण के तौर पर हाई बीपी, धूम्रपान और एक्सरसाइज न करना जैसे हार्ट अटैक का कारण बनता है उसी तरह ये डिमेंशिया का भी कारण बनते हैं.

द लैंसेट की रिसर्च में पता चला है की कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम और सेरेब्रो वैस्कुलर सिस्टम एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, और दिल एवं दिमाग का एक्सिस बनाते हैं. रिसर्च में बताया गया है कि हार्ट के मरीजों में डिमेंशिया का खतरा अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, भारत में4 मिलियन से अधिक लोगों को डिमेंशिया की बीमारी है. डिमेंशिया के मरीजों में बीटा प्रोटीन मिलता है जो दिमाग और दिल दोनों को नुकसान पहुंचाता है.

माना जाता है कि यह प्रोटीन दिमाग की सेल्स के बीच प्लॉक बना देते हैं, जिसके चलते याददाश्त कमजोर होने लगती है. इसी तरह के प्लॉक डिमेंशिया के मरीज़ों के हार्ट में में भी पाए जाते हैं. यह प्लॉक हार्ट के ब्लड पंप करने की क्षमता को नुकसान पहुंचाते हैं और इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. इससे पता चलता है कि डिमेंशिया के कारण बने प्लॉक हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं. इससे दिल और दिमागी बीमारियों के बीच कनेक्शन स्थापित होने की पुष्टि होती है.

दिल की बीमारी से दिमाग को होता है नुकसान

शैल्बी सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल्स, गुरूग्राम के शैल्बी सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल्स में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग में डायरेक्टर एवं एचओडी डॉ डी.के. झाम्ब बताते हैं कि हार्ट ब्रेन तक ऑक्सीजन की सप्लाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में अगर दिल की कोई बीमारी हो जाती है तो दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है. ऐसा अकसर कार्डियक अरेस्ट के मामलों में होता है. लेकिन डिमेंशिया में भी इसका खतरा रहता है.

अगर दिमाग को ऑक्सीजन और खून पहुंचाने वाली धमनी को नुकसान हो जाए तो धीरे धीरे दिमाग की सेल्स को नुकसान पहुंचने लगता है, जो खतरनाक होता है. हार्ट के फंक्शन में आई कमी के कारण दिमाग तक ऑक्सीजन न जाने से डिमेंशिया का खतरा रहता है. जिससे याददाश्त कमजोर हो सकती है. ऐसे में ये जरूरी है कि हार्ट की सेहत को अच्छा रखें नहीं तो इससे ब्रेन की हेल्थ भी खराब हो सकती है.

दिल और दिमाग को कैसे रखें सुरक्षित

दिल के लिए सेहतमंद आहार अपनाएं: फलों, सब्ज़ियों, साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें.

शारीरिक रूप से सक्रिय रहे और रोज कम से कम 40 मिनट एक्सरसाइज करें.

धूम्रपान न करें अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ना दें.

मेंटल स्ट्रेस न लें. क्योंकि मेंटल स्ट्रेस से भी हार्ट डिजीज का रिस्क होता है.

ब्लड प्रेशर पर निगरानी रखें और अगर ब्लड प्रेशर बढ़ता है तो डॉक्टर से संपर्क करें

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