विश्व हृदय दिवस आज, जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम

विश्व हृदय दिवस आज, जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम
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भीलवाड़ा( Vijay Garhwal )आज विश्व हृदय दिवस मनाया जा रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से दिल के ऐसे मरीज भी सामने आए है जिनकी उम्र 20 साल से भी कम है और अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और मौत हो गई यह मामले भीलवाड़ा में भी देखने को मिले हैं जबकि देश में इस तरह के कई मामले सामने है जो चिंता का विषय है

हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां मिलावट ,प्रदूषण, अनहेल्दी खान-पान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और तनावमय जिंदगी ने सेहत को गंभीर खतरे में डाल दिया है। खासकर युवाओं में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर जैसी समस्याएं आज लाखों लोगों की जिंदगियां छीन रही हैं। क्या आप जानते हैं कि इन बीमारियों को लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल आज यानी 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है? आपको बताते हैं इस दिन का इतिहास, इसका महत्व और इस साल की थीम।

विश्व हार्ट दिवस का इतिहास

दुनिया भर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में बताना और उन्हें स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करना है। यह दिन मनाने का विचार सबसे पहले विश्व हृदय महासंघ नामक एक संस्था के पूर्व अध्यक्ष एंटोनी बार्ड डी लूना को आया था। उन्होंने देखा कि बहुत सारे लोग दिल की बीमारियों से पीड़ित हैं। इसलिए उन्होंने दुनिया भर के लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में बताने के लिए एक विशेष दिन मनाने का सुझाव दिया। साल 2000 में पहली बार विश्व हृदय दिवस मनाया गया था। पहले यह दिन सितंबर महीने के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, लेकिन बाद में इसे 29 सितंबर को मनाने का फैसला किया गया।विश्व हार्ट दिवस का महत्व आजकल हम बहुत ज्यादा काम करते हैं, तनाव में रहते हैं, और सही तरह का खाना नहीं खाते हैं। इस वजह से बहुत सारे लोग दिल की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। दुनियाभर में हर साल लाखों लोग दिल की बीमारी की वजह से मर जाते हैं। कोरोनावायरस के बाद से तो ये समस्या और भी बढ़ गई है। पहले तो बड़े लोग ही दिल की बीमारी से ज्यादा परेशान होते थे, लेकिन अब तो छोटे-छोटे बच्चे भी इससे पीड़ित हो रहे हैं। इसीलिए, हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को हार्ट हेल्थ के प्रति जागरूक करने का है, जिससे सेहत को बेहतर किया जा सकता है।विश्व हृदय दिवस 2024 की थीम


सिद्धिविनायक अस्पताल के हार्ट स्पेशलिस्ट सुनील मित्तल ने बताया कि"Use Heart for Action" हमें एक गहरा संदेश देती है। इसका अर्थ है कि हमें अपने दिल की सुननी चाहिए, अपनी भावनाओं को समझना चाहिए और फिर उन भावनाओं को कार्यों में बदलना चाहिए। जब हम दिल से कोई काम करते हैं, तो हम उसमें पूरी तरह खो जाते हैं और जाहिर तौर पर परिणाम भी बेहतर मिलते हैं। यह थीम हमें हार्ट हेल्थ के महत्व को समझाती है। एक हेल्दी हार्ट हमें एक्टिव रहने, अपने लक्ष्यों को हासिल करने और जीवन का भरपूर आनंद लेने में मदद करता है। जब हम अपने दिल का ख्याल रखते हैं, तो हम न सिर्फ खुद बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।


बांगड़ अस्पताल के फिजिशियन डा नरेश खंडेलवाल ने हलचल से बात करते हुए कहा की आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हार्ट डे दिवस की महत्ता और बढ़ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के आंकड़ों की मानें, तो हर साल करीब 1 करोड़ 80 लाख लोग दिल से जुड़ी किसी न किसी समस्या से चलते मौत का शिकार हो जाते हैं। यही वजह है कि 29 सितंबर को दुनिया भर में लोगों को हार्ट हेल्थ के प्रति जागरूक किया जाता है, ताकि इन आंकड़ों में कमी आ सके और लोग अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें।

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