जयपुर में हवा महल के पास स्थित है ये खूबसूरत जगहें, जरूर करें एक्सप्लोर
जयपुर एक बहुत ही खूबसूरत जगह है. इसे पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है. हर साल यहां लाखों को संख्या में पर्यटक घूमने के लिए जाते हैं. यहां पर बहुत सी खूबसूरत जगह हैं, जहां पर जाकर भारतीय संस्कृति और इतिहास की झलक दिखाई देती है. आप लोगों ने जयपुर में स्थित हवा महल और जल महल के बारे में तो बहुत बार सुना होगा. लेकिन यहां पर अलावा भी बहुत सी जगहें हैं. जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं. कई ऐतिहासिक खूबसूरत जगहें जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं.
जयपुर सिटी पैलेस
जयपुर का सिटी पैलेस राजस्थान के सबसे मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक है. इस महल को जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह द्वारा किया गया था. ये एक बहुत ही खूबसूरत महल है. जो मुगल और राजपूत वास्तुकला का एक सुंदर मिश्रण हैं. सिटी पैलेस कॉम्प्लेक्स में मुबारक महल और महारानी का महल भी शामिल है. मुबारक महल में अब महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय भी है. जहां शाही परिधानों, नाजुक पश्मीना, शॉल, बनारस रेशम की साड़ियों के अलावा और बहुत सी चीजें शामिल हैं.
गलताजी मंदिर
साथ ही जयपुर में गलताजी मंदिर के भी आप दर्शन करने जा सकते हैं. अरावली की पहाड़ियों के बीच बगीचों से परे स्थित ये मंदिर, पवित्र कुंडों, मंडप और चारों तरफ हरियाली ये प्राकृतिक दृश्य मन को मोह लेगा. गलताजी मंदिर जयपुर से लगभग 10 किमी की दूर पर स्थित है. मंदिर परिसर में नेचुरल ताजा पानी का झरना और 7 पवित्र कुंड हैं. भव्य मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थर से बना हुआ है. अगर आप भी जयपुर जा रहे हैं तो यहां भी जा सकते हैं.
आमेर किला
आमेर किला जयपुर का एक बहुत बड़ा किला है. ये बहुत आकर्षक पर्यटक स्थल है. किला जयपुर से तकरीबन 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. किला का निर्माण पीले और गुलाबी पत्तों से किया गया है. इस किले में राजपूत और मुगल वास्तुकला का उदाहरण देखने को मिल सकता है. इसमें दीवान-ए-आम या, दीवान-ए-खास, शीश महल या जय मंदिर और सुख निवास शामिल है. ये महल राजपूत महाराजाओं और उनके परिवार का निवास स्थान हुआ करता था.
पन्ना मीना का कुंड
पन्ना मीना का कुंड को पन्ना मीना की बावड़ी के नाम से भी जाना जाता है. ये एक ऐतिहासिक प्राचीन बावड़ी है. पहले के समय में ये पानी का महत्वपूर्ण स्त्रोत हुआ करता था और कई लोग इसका इस्तेमाल करा करते थे. लेकिन आज के एक पर्यटन स्थल बन चुका है. लोग अक्सर यहां जाकर फोटो क्लिक करवाना पसंद करते हैं.
कनक वृंदावन
कनक वृंदावन जयपुर में स्थित एक उद्यान है. ये अरावली की पहाड़ियों से घिरी घाटी में आमेर दुर्ग को जाने वाले रास्ते में नाहरगढ़ दुर्ग के नीचे स्थित है. ये स्थान जयपुर से लगभग 8 किमी की दूरी पर स्थित है. इस परिसर के पास बहुत सी हरियाली वाली जगहें और आमेर दुर्ग, नाहरगढ़ दुर्ग और जयगढ़ दुर्ग भी शामिल है. इस उद्यान का निर्माण जयपुर के कछवाहा राजपूत महाराजा सवाई जयसिंह ने लगभग 280 साल पहले बनवाया था. इसका नाम महाराज की रानी कनकदे के नाम पर रखा गया था. यहां परिसर में गोविंद देव जी की मूर्ति वृंदावन से आई थी जिसके कारण इस वृंदावन के नास से जोड़ा गया.