वर्क और पर्सनल लाइफ के बीच इस तरह बनाएं बैलेंस, दूर रहेगा स्ट्रेस
आजकल हर कोई अपने काम और लाइफ में बहुत व्यस्त है. इतना की कई बार तो लोगों को अपने लिए भी समय नहीं मिल पाता है. जिसकी वजह से लोगों को स्ट्रेस महसूस होने लग जाता है. लेकिन कामकाजी जीवन में स्ट्रेस होना एक आम बात है. लेकिन सिर्फ कुछ समय के लिए किसी काम या चीज को लेकर स्ट्रेस होना नॉर्मल है. लेकिन लगातार तनाव रहना मानसिक और शारीरिक कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है.
काम और पर्सनल लाइफ के बीच बैलेंस न बना पाना, ज्यादा काम होने पर दबाव महसूस करना, समय मैनेज न कर पाना, खराब माहौल, काम और पर्सनल लाइफ के बीच संतुलन न बना पाना ये सब स्ट्रेस होने के आम कारण हो सकते हैं. ऐसे होना स्वाभाविक है. लेकिन आपको इस स्ट्रेस को मैनेज करने के साथ ही पर्सनल लाइफ और काम के बीच बैलेंस बनाना आना चाहिए. जिसके लिए आप इन टिप्स को अपना सकते हैं.
पॉजिटिव सोच
अपने आप को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए अपनी सोच को पॉजिटिव रखना बेहद जरूरी है. मतलब कि जीवन में अच्छी और बुरी दोनों ही परिस्थितियों को इस उम्मीद के साथ देखें कि चीजें अच्छी हो जाएंगी और निराश न हों बल्कि मुसीबत का डट कर सामना करें. बुरे समय पर भी संयम बनाएरखना और चीजों के बारे में सही सोच रखते हुए फैसला लेना. पॉजिटिव सोच वाले लोग तनाव और खराब परिस्थिति से निपटने के लिए सही तरीका निकाल ही लेते हैं.
टाइम को मैनेज करना
आजकल कई लोगों काम के कारण पर्सनल लाइफ के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं. लेकिन ऐसा करने के लिए अपने समय को सही से मैनेज करना बहुत जरूरी है. इसके लिए उन कामों को पहले करें जो बहुत जरूरी है. अगर आपको परिवार के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिल पाता है तो ऑफिस से जाकर रात में उनके साथ खाना खाएं और बातें करें. जो लोग परिवार से दूर रहते हैं वो उन से फोन पर बात करें.
समय बर्बाद करने वाली आदतों को पहचानें और उन्हें बदलें. अपनी प्राथमिकता तय करें और काम के बीच अपने लिए ब्रेक जरूर लें. इसके लिए टू-डू लिस्ट बनाएं, समय सीमा तय करें, खाली समय का इस्तेमाल करें या फिर कुछ समय आराम करे, रात में मूवी देखने या फोन चलाने की बजाय जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन, एक्सरसाइज, वॉक या योग करें. क्योंकि फिजिकली एक्टिव रहना आपकी सेहत और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए ही फायदेमंद होता है.
सहायता लेना
अगर आप थकान या स्ट्रेस ज्यादा महसूस हो रहा है तो ऐसे में अपने किसी साथी या फिर वर्क प्लेस पर कर्मियों या सुपरवाइजर से मदद मांगने में न हिचकिचाएं. मदद मांगने से काम के दबाव को कम किया जा सकता है. इसके अलावा आप दोस्तों या परिवार के साथ ट्रिप पर जाने का प्लान करें. अगर ज्यादा दिन की छुट्टियां नहीं मिल रही है तो वीकेंड पर अपने घर के आसपास कहीं घूमने जाएं. दोस्तों के साथ बैठकर खाना खाएं और उन सेअपनी बातें शेयर करें. इससे आपका मन हल्का महसूस करेगा. इसके अलावा ध्यान रखें कि काम के समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें. इससे आपको अच्छा महसूस होगा.
काम के कारण स्ट्रेस में रहने किसी गंभीर समस्या का कारण बन सकता है. क्योंकि ये जो इसलिए इसे पहचानना और प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना जरूरी है. पॉजिटिव बदलावों और सही तरह से इसे मैनेज किया जा सकता है, जिससे एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जिया जा सके. अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखना और स्ट्रेस को समझदारी से प्रबंधित करना हर किसी व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है.