साबूदाना खिचड़ी के तेल सोखने के ये हो सकते हैं कारण
साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichadi) भारत में व्रत और उपवास के दौरान सबसे पसंदीदा व्यंजन माना जाता है. स्वाद और पोषण से भरपूर यह डिश खासकर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में खासा लोकप्रिय है. हालांकि, अक्सर लोग यह शिकायत करते हैं कि साबूदाना खिचड़ी तेल अधिक सोख लेती है, जिससे यह भारी हो जाती है. इस समस्या का समाधान जानने से पहले हमें समझना होगा कि आखिरकार तेल सोखने के पीछे के कारण क्या हैं.
जानें यह लोकप्रिय व्रत डिश क्यों सोखती है ज्यादा तेल
1. साबूदाना को सही तरीके से भिगोना
साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi) के तेल सोखने का सबसे मुख्य कारण इसका सही ढंग से न भीगना होता है. अगर साबूदाना को पर्याप्त समय तक भिगोया नहीं जाता या फिर इसे ज्यादा पानी में भिगोया जाता है, तो यह पकने के दौरान तेल को अवशोषित कर लेता है. सही तरीके से भिगोए गए साबूदाना में यह समस्या कम होती है और खिचड़ी हल्की रहती है.
2. अधिक तेल का उपयोग
कई बार लोग पकाने के दौरान अधिक तेल का उपयोग कर लेते हैं. साबूदाना खुद में नर्म होता है और इसे पकाने के लिए ज्यादा तेल की जरूरत नहीं होती. जब ज्यादा तेल का उपयोग किया जाता है, तो साबूदाना तेल को अपने अंदर सोख लेता है और खिचड़ी भारी हो जाती है.
3. तेज आंच पर पकाना
साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi) को मध्यम आंच पर पकाना चाहिए. तेज आंच पर पकाने से साबूदाना का बाहरी हिस्सा जल्दी पक जाता है, लेकिन अंदर से यह कच्चा रह जाता है, जिससे यह और अधिक तेल सोखने लगता है. धीमी और नियंत्रित आंच पर पकाने से साबूदाना एकसमान पकता है और तेल भी कम सोखता है.
4. अधिक समय तक पकाना
साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi) को अधिक समय तक पकाने से भी यह ज्यादा तेल सोख सकती है. साबूदाना को हल्का पारदर्शी होते ही आंच से उतार देना चाहिए. ज्यादा पकाने पर यह तेल अवशोषण की प्रक्रिया को तेज कर देता है.
4. अधिक समय तक पकाना
साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi) को अधिक समय तक पकाने से भी यह ज्यादा तेल सोख सकती है. साबूदाना को हल्का पारदर्शी होते ही आंच से उतार देना चाहिए. ज्यादा पकाने पर यह तेल अवशोषण की प्रक्रिया को तेज कर देता है.