शादी के बाद है पहला करवा चौथ, इन तरीकों से पति-पत्नी दिन को बनाएं यादगार

शादी के बाद है पहला करवा चौथ, इन तरीकों से पति-पत्नी दिन को बनाएं यादगार
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शादीशुदा जोड़े के लिए महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार करवा चौथ 20 अक्तूबर 2024 को मनाया जा रहा है। करवा चौथ भारतीय संस्कृति में पति-पत्नी के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है जो खास तौर पर उत्तर भारत में मनाया जाता है। यह त्योहार धार्मिक महत्व रखने के साथ ही पति-पत्नी के बीच प्रेम, स्नेह और आपसी विश्वास का भी प्रतीक है। इस त्योहार के माध्यम से पति-पत्नी एक दूसरे के प्रति अपना लगाव और फ्रिक जाहिर करते हैं। महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए उपवास करती हैं तो पति पत्नी के स्वास्थ्य की फिक्र करते हुए पूजा के पास अपने हाथों से उन्हें पानी पिलाकर उपवास खोलते हैं।

शादी के बाद जो नवविवाहित जोड़े पहली बार करवा चौथ मनाते हैं, वह तो इस पर्व को लेकर अधिक उत्साहित रहते हैं। शादी के बाद पहला करवा चौथ इसलिए भी खास हो जाता है क्योंकि यह एक ऐसा अवसर होता है जब नव विवाहित जोड़ा एक दूसरे के लिए अनमोल पल संजो सकता है।

भावनाओं का इजहार करें

पति-पत्नी का रिश्ता भले ही शादी नाम के बंधन से जुड़ा होता है लेकिन इसमें मजबूती प्यार से आती है। रिश्ते में प्यार है तो उसे अभिव्यक्त करना भी जरूरी है। शादी के बाद पति-पत्नी को एक दूसरे से अपने प्यार और भावनाओं का इजहार करना चाहिए। करवा चौथ का दिन पति-पत्नी को अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति का अवसर देता है। इस मौके पर पति अपनी पत्नी के लिए एक प्यारा सा संदेश, कविता या भावपूर्ण पत्र लिख सकते हैं। वहीं पत्नी अपने प्रेम का इजहार करते हुए पति के लिए खास तोहफा या संदेश तैयार कर सकती हैं। ऐसे छोटे-छोटे भावुक पल रिश्ते को और मजबूत बनाते हैं।

सजावट भी बनाएगी दिन खास

करवा चौथ के मौके पर घर की सजावट भी त्योहार में दोगुना उत्साह भर देती है। दिन और भी खास बन सकता है। करवा चौथ के मौके पर अपने घर को सुंदर तरीके से सजाएं। ये सजावट महज घर की नहीं, बल्कि पति-पत्नी भी खुद को सजाएं यानी अच्छे से तैयार हों। महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं। वहीं पति को भी पारंपरिक पोशाक पहनकर पत्नी के साथ इस दिन को और भी विशेष बनाना चाहिए।

साथ में पूजा और रस्में निभाएं

करवा चौथ की पूजा एक ऐसी रस्म है, जिसमें पति-पत्नी का साथ बहुत महत्वपूर्ण होता है। साथ में पूजा करना और एक दूसरे के लिए मंगल कामना करना, उनके रिश्ते को मजबूत करता है। जब पति अपनी पत्नी के साथ चांद को देखकर व्रत खोलने में भागीदार बनता है, तो यह उनकी एकता और प्रेम को दर्शाता है। इसके अलावा, पति अपनी पत्नी के व्रत को तोड़ने के लिए पानी और मिठाई देकर उसे स्नेहपूर्वक खिलाएं, यह एक बेहद यादगार पल हो सकता है।

खास डिनर या कैंडल लाइट डिनर की योजना

व्रत के बाद, पति-पत्नी के लिए एक खास डिनर इस दिन को और भी रोमांटिक और यादगार बना सकता है। घर में कैंडल लाइट डिनर का आयोजन करना, या फिर एक शांत और खास रेस्टोरेंट में जाकर भोजन करना इस खास अवसर को और भी रोमांचक बना सकता है। यह एक ऐसा समय होता है, जब दोनों एक-दूसरे के साथ बिना किसी व्यस्तता के प्रेम भरे पल बिता सकते हैं।

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