इस दिवाली ज्यादा रंगीन मिठाइयां खाने से बचें, जानें कारण

इस दिवाली ज्यादा रंगीन मिठाइयां खाने से बचें, जानें कारण
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दिवाली का त्योहार नजदीक है और त्योहारों की रौनक के साथ मिठाइयों का बाजार भी सज गया है. हर साल दिवाली पर तरह-तरह की मिठाइयां घरों में बनती और बाजार से लाई जाती हैं, जिनमें रंगीन मिठाइयों की खास जगह होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये रंग-बिरंगी मिठाइयां आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं? आइए जानते हैं क्यों इस दिवाली आपको ज्यादा रंगीन मिठाइयों से बचना चाहिए.

1. रासायनिक रंगों का प्रयोग

ज्यादातर रंगीन मिठाइयों में सिंथेटिक या रासायनिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है. ये रंग केवल मिठाई को आकर्षक बनाते हैं, लेकिन ये आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं. कई बार ये रासायनिक रंग खाने योग्य नहीं होते और इन्हें लंबे समय तक खाने से स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे कि एलर्जी, पाचन संबंधी समस्याएं, और त्वचा रोग.

2. कैंसर का खतरा

कुछ रासायनिक रंगों को वैज्ञानिकों ने कैंसर पैदा करने वाले तत्वों से जोड़ा है. खासकर लाल, नारंगी और पीले रंगों वाले रंगीन मिठाइयों में ऐसे रसायनों की अधिकता होती है, जो शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ाते हैं. इन रंगों का बार-बार सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.


3. प्राकृतिक रंगों की कमी

बहुत सी मिठाइयों में प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल नहीं किया जाता, जो सेहत के लिए सुरक्षित होते हैं. प्राकृतिक रंग जैसे कि हल्दी, बीटरूट, पालक इत्यादि से बनी मिठाइयां अपेक्षाकृत सुरक्षित मानी जाती हैं. लेकिन बाजार में उपलब्ध मिठाइयों में इसका अभाव रहता है, और आप अनजाने में ही हानिकारक रासायनों का सेवन कर सकते हैं.

4. डायबिटीज और मोटापे का खतरा

रंगीन मिठाइयों में अतिरिक्त शक्कर और कैलोरी की मात्रा भी ज्यादा होती है. इसका सेवन न केवल वजन बढ़ाता है बल्कि डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ाता है. दिवाली के समय मिठाइयां खाने का मन करता है, लेकिन आपको संतुलित मात्रा में और बिना रासायनिक रंगों वाली मिठाइयों का चयन करना चाहिए.

5. बच्चों पर बुरा असर

बच्चों को रंग-बिरंगी मिठाइयां बेहद आकर्षक लगती हैं, लेकिन ये उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं. बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, और इन रासायनिक रंगों से उन्हें पेट दर्द, उल्टी, या स्किन रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

इस दिवाली रंगीन मिठाइयों से बचें और घर में ही प्राकृतिक और स्वस्थ मिठाइयों को प्राथमिकता दें. स्वास्थ के साथ समझौता न करें, और त्योहार की खुशियों को सेहतमंद तरीके से मनाएं.

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