बदलते मौसम में बच्चों का रखें ख्याल, फॉलो करें ये टिप्स

बदलते मौसम में बच्चों का रखें ख्याल, फॉलो करें ये टिप्स
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नवंबर के महीने की शुरुआत में ही मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है. इस समय सुबह और शाम ठंडी हवाएं चलने लगी हैं. इस मौसम में गुलाबी ठंड भी कहा जाता है. इस समय मौसम में बदलाव और बढ़ते प्रदूषण के कारण सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए इस समय अपने सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. खासकर बच्चों की सेहत पर इस समय ध्यान देना बहुत जरूरी है. अगर इस मौसम में जरा सी भी लापरवाही बरती जाए तो इसका सीधा असर बच्चों की सेहत पर दिखाई दे सकता है.

इस समय बदलते मौसम और बढ़ते प्रदूषण के कारण सर्दी, जुकाम, आंखों से जुड़ी परेशानियां, पेट दर्द और सिर में दर्द जैसी कई दिक्कतें बढ़ने लगती हैं. खासकर उन लोगों में जिनका इम्यूनिटी सिस्टम काफी कमजोर है और किसी वजह से वो आसानी से बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. इसलिए इस समय बच्चों की सेहत का ख्याल रखने के लिए आप इन बातों को जरूर ध्यान में रखें.

कपड़ों का चयन

बदलते मौसम में कपड़ों का चयन बहुत ही ध्यान से करना चाहिए. इस हल्की ठंड और गर्मी है तो ऐसे में बच्चों को लाइट वेट और फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनाने चाहिए जिससे उन्हें गर्मी न लगें और ठंड से भी उनका बचाव हो सके. बदलते मौसम में बच्चों के एकदम से ज्यादा मोटे और गर्म कपड़े भी न पहनाएंइसके कारण भी उनकी सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है.

डाइट का रखें खास ख्याल

इस समय बच्चों का डाइट का खास ख्याल रखें. उन्हें थंड़ी चीजें जैसे कि कोल्ड ड्रिंक और ठंडा पानी पीने से रोकें. इसके अलावा विटामिन सी और जिंक से भरपूर फूड्स डाइट में शामिल करें जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं. साथ ही बाहर का तले-भुने खाने की जगह घर का बना खाना खिलाएं.

पंखा न चलाएं

गुलाब ठंड में दिन में गर्मी और रात में ठंड लगती है ऐसे में बच्चे के कमरे में फैन या एसी न चलाएं खासकर रात के समय, क्योंकि ये बच्चे के बीमार पड़ने का कारण बन सकता है.

हाइड्रेशन

मौसम चाहे कोई भी हो शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरुरी है. अगर बच्चे को खांसी-जुकाम जल्दी हो जाता है तो इस मौसम में उन्हें गुनगुना पानी दें. इसके अलावा बाजार से लाए फल और सब्जियों का सेवन करने से पहले अच्छे से पानी से साफ करें.

खेलने का समय

इस समय वायु प्रदूषण बहुत अधिक है. ऐसे में बच्चे को खांसी-जुकाम लगने का खतरा बना रहता है. इसलिए इस समय हो सके तो बच्चें को घर से बाहर खेलने जाने के बजाए इनडोर गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करें, खासकर जिस दिन पॉल्यूशन का लेवल ज्यादा हो.

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