क्या होता है कोलेजन पाउडर? जानें ये कैसे पहुंचाता है फायदे
कोलेजन, इसका नाम आपने भी कई बार सुना होगा. बहुत सारे लोग यहां तक कि सेलिब्रिटीज भी स्किन और बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए कोलेजन की डोज लेते हैं, ज्यादातर इसे सप्लीमेंट के रूप में लिया जाता है. भले ही आज के वक्त में कोलेजन बूस्टर डोज लेने या फिर पाउडर का सेवन करने और कोलेजन वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है, लेकिन कम ही लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी हो. क्या आपको पता है कि ये आपके शरीर में किस तरह से काम करता है. किसी भी तरह से सप्लीमेंट लेने से पहले यह जानना जरूरी है कि कोलेजन क्या होता है और कोलेजन पाउडर किस तरह से काम करता है.
कोलेजन के बारे में ज्यादातर लोगों को सिर्फ इतनी ही जानकारी होती है कि ये त्वचा को यंग बनाए रखने में मदद करता है, लेकिन शरीर में इसका काम उससे कहीं ज्यादा होता है. कोलेजन न सिर्फ त्वचा में इलास्टिसिटी बनाए रखने के लिए जरूरी है, बल्कि ये टिश्यू (ऊतकों) को रिपेयर करने, ऊतकों के रखरखाव और इम्यूनिटी को सही रखने में भी अहम भूमिका निभाता है, तो चलिए जान लेते हैं इसके बारे में विस्तार से.
क्या होता है कोलेजन और शरीर में ये कैसे बनता है?
कोलेजन एक तरह का प्रोटीन होता है, जिसकी सबसे ज्यादा मात्रा जानवरों में पाई जाती है. यह प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं और ऊतकों की संरचना बनाता है और इसके कम से कम 28 टाइप पाए जाते हैं. शरीर में फाइब्रोब्लास्ट नाम की संयोजी कोशिकाएं होती हैं जो कोलेजन का उत्पादन करने के साथ ही रखरखाव करती हैं. जब उम्र बढ़ती है तो कोलेजन टूटने लगता है या फिर उत्पादन कम हो जाता है. इस प्रोटीन को जब नुकसान पहुंचता है तो त्वचा पर झुर्रियां, सूखापन, त्वचा का मोटा होना, स्किन ढीली पड़ने लगना जैसे लक्षण दिखने लगते हैं. कोलेजन हड्डियों के घनत्व के लिए भी जरूरी होता है. इसलिए कोलेजन की कमी से हड्डियों में कमजोरी भी महसूस होने लगती है.
कोलेजन पाउडर क्या है?
शरीर में कोलेजन का प्रोडक्शन नेचुरल तरीके से ही होता है. इसके लिए डाइट में सी फूड्स यानी समुद्री भोजन जैसे मछली की स्किन, झींगा आदि का सेवन किया जा सकता है. इसके अलावा चिकन, आदि खाना भी फायदेमंद रहता है. विटामिन सी से भरपूर चीजें भी कोलेजन उत्पादन में मदद करती हैं. फिलहाल इसकी कमी को पूरा करने के लिए कोलेजन पाउडर लिया जा सकता है. इसे कॉफी, स्मूदी, दलिया, ओट्स आदि किसी भी ठंडे या फिर गर्म फूड में मिलाकर लिया जा सकता है. कई अध्ययन यह बताते हैं कि कोलेजन पाउडर लेने पर त्वचा में नमी आई और लोच में सुधार हुआ जिससे झुर्रियां कम हुई.
सबसे ज्यादा कोलेजन के प्रचलित प्रकार की बात करें तो हाइड्रोलाइज्ड कोलेजन का यूज सप्लीमेंट के रूप में किया जाता है. ये एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जो प्रोटीन को टुकड़ों में तोड़ती है, जिससे शरीर को इसे अवशोषित (ऑब्जर्व) करने में आसानी होती है. कोलेजन पाउडर से महिलाओं की हड्डियों की हेल्थ में भी सुधार हो सकता है. जिससे मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोपीनिया (हड्डियों से जुड़ी बीमारी) होने का जोखिम कम हो सकता है.
कोलेजन लेने के नुकसान क्या हैं?
कोलेजन सप्लीमेंट्स की सेफ्टी प्रोफाइल की बात की जाए तो वैसे इसके प्रतिकूल प्रभाव दिखाई नहीं देते हैं. हालांकि इसके नुकसान की बात करें तो मार्केट में मिलने वाले कोलेजन पाउडर में कई अन्य कंपोनेंट्स को भी मिलाया जाता है, जिनमें विटामिन, मिनरल की काफी ज्यादा मात्रा रहती है, ताकि त्वचा, नाखून, बालों को तेजी से हेल्दी बनाया जा सके. इस वजह से शरीर में विटामिन और मिनरल के ज्यादा हो जाने पर स्वास्थ संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं या फिर दवाओं के साथ रिएक्शन हो सकता है, इसलिए अगर कोलेजन पाउडर का सेवन करना हो तो सीधे मार्केट से खरीदने की बजाय एक्सपर्ट से सलाह लें और उसी के हिसाब से मात्रा भी निर्धारित करें.