हिमाचल घूमने जा रहे हैं तो इन प्रसिद्ध गुरुद्वारों के भी करें दर्शन
हिमाचल जिस बर्फीले पहाड़ों का प्रांत भी कहा जाता है. यहां घूमने के लिए बहुत ही शानदार जगहें मौजूद हैं, लोग यहां अपने दोस्तों और परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए आते हैं. चारों तरफ पहाड़ गर्मियों में हरियाली और सर्दियों के मौसम में बर्फबारी यहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही खूबसूरत है. ये बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. यहां पर शिमला, रोहतांग, कुल्लू, मनाली, कसोल, धर्मशाला, मकलोडगंज, रेणुका झील और सेब के खूबसूरत बागान बहुत ही खूबसूरत स्थल है.
हिमाचल में कई जगहों पर आपको रॉक क्लाइम्बिंग, स्कीइंग, ट्रैकिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी कई एक्टिविटी करने का मौका मिल सकता है. गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम हिमाचल घूमने के लिए सही है. इसके अलावा अगर आप हिमाचल घूमने के लिए जा रहे हैं, तो आप यहां स्थित प्रसिद्ध गुरुद्वारों के दर्शन भी कर सकते हैं. आइए जानते हैं हिमाचल स्थित ऐतिहासिक और प्रसिद्ध गुरुद्वारों कौन-से हैं.
मणिकरण साहिब गुरुद्वारा
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मणिकरण शहर में पार्वती नदी के किनारे मणिकर्ण साहिब गुरुद्वारा स्थित है. यह गुरुद्वारा, पार्वती नदी के किनारे बना है. यह सिखों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. मणिकरण शहर कुल्लू शहर से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां एक गर्म पानी का झरना भी है. ये जगह बहुत ही खूबसूरत और शांत है, जहां जाकर आपका मन प्रसन्न हो जाएगा. गुरुद्वारा साहिब के पास कई मंदिर भी स्थित हैं आप वहां भी दर्शन के लिए जा सकते हैं.
बरू साहिब गुरुद्वारा
बरू साहिब गुरुद्वारा हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित है. जगह ‘दिव्य शांति की घाटी’ के नाम से काफी प्रसिद्ध है. गुरुद्वारा चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. आप यहां भी दर्शन के लिए जा सकते हैं. पवांटा साहिब से यहां पहुंचने में तकरीबन 3 से 4 घंटे लगते हैं.
गुरुद्वारा पांवटा साहिब
गुरुद्वारा पांवटा साहिब हिमाचल के सिरमौर जिले में स्थापित है. यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को समर्पित है. गुरु गोबिंद सिंह जी ने पौंटा साहिब में चार साल बिताए थे. गुरु जी के पहले पुत्र बाबा अजीत सिंह जी का भी जन्म पौंटा साबित में हुआ था. जिम कॉर्बेट से पांवटा साबित लगभग 231 किलोमीटर का दूरी पर स्थित है. अगर आप हिमाचल घूमने जा रहे हैं तो गुरुद्वारा पांवटा साहिब के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं.