असफलताओं से हैं परेशान? मानें ऑफिस से जुड़ी वास्तु शास्त्र की ये बातें
आज के समय में लोग अपने काम को बोझ की तरह समझने लगे हैं और अपने काम को लेकर स्ट्रेस भी लेते हैं, जिससे उनके पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों जीवन पर बुरा असर पड़ता है और लोगों को बहुत मेहनत करने के बाद भी सफलता की प्राप्ति नहीं हो पाती है. कई लोगों का ऐसा भी मानना है कि इस असफलता को वास्तु शास्त्र का पालन करते हुए दूर किया जा सकता है. वास्तु शास्त्र के बारे में लोग यह भी मानते हैं कि इसका सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन से कई परेशानियों को दूर कर देता है. इस लेख में आपको वास्तु शास्त्र के कुछ ऐसे तरीके बताने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपने ऑफिस में थोड़े बदलाव करके प्रभावशाली तरीके से अपना काम कर सकते हैं.
ऐसा होना चाहिए डेस्क
डेस्क पर काम करते समय आपका चेहरा उत्तर या पूर्व में होना चाहिए, वास्तु के अनुसार इसे शुभ दिशा माना गया है. डेस्क के नुकीले किनारे या कोनों को अपनी ओर न रखें. अपने डेस्क को हमेशा साफ और सुसज्जित तरीके से रखें ताकि आपके कार्यस्थल के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे. अच्छे सपोर्ट और आराम के लिए ऊंची पीठ वाली कुर्सी पर बैठे.
सही रंग और लाइट का करें चयन
गहरे और आक्रामक रंगों के प्रयोग से बचें, ये तनाव पैदा कर सकते हैं. अपने कार्यस्थल के लिए शांत और आंखों में ठंडक देने वाले रंग चुनें, जैसे- सफेद, हल्का नीला या हल्का हरा. साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आपके ऑफिस में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी हो.
सजावट, इलेक्ट्रॉनिक्स और वायरिंग
ऑफिस में ऐसी वस्तुएं रखने से बचें जिनमें नकारात्मक यादें या भावनाएं हो. पारिवारिक फोटो या छोटे सजावटी सामान जैसी व्यक्तिगत वस्तुएं रखें जो आपको खुशी और प्रेरणा दें.
रुकावट से बचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और तारों को सुव्यवस्थित रखें. यह सुनिश्चित करें कि रुकावटों को रोकने के लिए सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अच्छी स्थिति में हो.