गले में हो गई है खराश तो ये पांच नेचुरल चीजें आएंगी आपके काम
नवंबर के बाद दिसंबर शुरू होते ही सर्दी और भी ज्यादा बढ़ने लगती है और मौसम में ये बदलाव हेल्थ प्रॉब्लम को ट्रिगर करता है साथ ही मौसमी बीमारियां जैसे जुकाम, खराश होने लगते हैं. कई बार कोल्ड ठीक हो जाने के बाद भी गले में लंबे समय तक खराश बनी रहती है या फिर कफ जम जाने की वजह से सीने में दर्द होने के साथ ही खांसी आने लगती है. ऐसे में कुछ नेचुरल चीजें दवा की तरह काम करती हैं जो गले की खराश से राहत तो दिलाती ही हैं, इसके अलावा खांसी और जुकाम में भी आराम मिलता है.
गले में खराश हो जाए तो कई बार खाना खाते या बोलते वक्त भी दिक्कत होने लगती है और इस पर ध्यान न दिया जाए समस्या बढ़ सकती है. फिलहाल वायरल समस्याओं में बार-बार दवा लेना सही नहीं माना जाता है, इसलिए जान लेते हैं कि गले की खराश से छुटकारा पाने के लिए कौन सी चीजें आपके काम आ सकती हैं.
तुलसी का काढ़ा
घरों में तुलसी का पौधा आसानी से मिल जाता है. गले में खराश हो तो तुलसी का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. इससे जुकाम, खांसी में भी काफी राहत मिलती है. गुनगुना तुलसी का काढ़ा सिप-सिप करके पीने से गले की सूजन और दर्द में भी आराम मिलता है.
अदरक या सौंठ
सर्दियों में लगभग सभी घरों में चाय बनाने के लिए अदरक तो आती ही है. अगर अदरक न हो तो सौंठ यानी सूखी अदरक का यूज भी किया जा सकता है. गले में खराश हो तो सूखी अदरक का एक छोटा सा टुकड़ा दांत के नीचे दबा लें, इससे हल्के-हल्के रस गले में पहुंचता रहेगा और आपको राहत महसूस होगी. इसके अलावा सौंठ के पाउडर को शहद में मिलाकर चाटने से भी आराम मिलता है. वहीं अदरक के रस में शहद मिलाकर सेवन किया जा सकता है.
मुलेठी है कारगर
आयुर्वेद में मुलेठी को काफी फायदेमंद जड़ी-बूटी बताया गया है. गले की खराश, खांसी से ये आपको राहत दिलाने में काफी बढ़िया रहती है. मुलेठी को चबाकर गन्ने की तरह चूस सकते हैं या फिर इसका महीन पाउडर बनाकर शहद के साथ लें.
हल्दी खोलेगी गला
गले की खराश से राहत पाने के लिए पानी में कच्ची हल्दी और थोड़ा सा नमक डालकर उबालें, इस पानी को छान लें और दिन में दो से तीन बार गरारे करें. इससे गले का दर्द भी कम होगा और खराश से भी निजात मिलेगी.
काली मिर्च से मिलेगा आराम
गले की खराश, जमा हुआ कफ खोलने और जुकाम से राहत दिलाने में काली मिर्च भी काफी कारगर है. इसे पीसकर देसी घी के साथ खा सकते हैं या फिर शहद के साथ लें. इसके अलावा काली मिर्च को चाय में डालकर पीने से भी आपको काफी राहत महसूस होगी.