हसीन वादियों के बीच फुर्सत के पल बिताने के लिए परफेक्ट है हिमाचल का ये खूबसूरत हिल स्टेशन

हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जोकि अपनी नेचुरल ब्यूटी, शांत वातावरण और घने जंगलों के लिए मशहूर है. यहां आपको एक से बढ़कर एक हिल स्टेशंस देखने को मिलेंगे. हालांकि, कुल्लू-मनाली, शिमला और स्पीती वैली जैसे हिल स्टेशंस में काफी भीड़ देखने को मिलती है. ऐसे में अगर आप उन लोगों में से हैं जोकि शांत माहौल में कुछ फुर्सत के पल बिताना चाहते हैं तो यहां एक जगह है जिसका नाम ठियोग है. यहां आप शहर के शोरगुल से दूर सुकून भरे माहौल का आनंद ले सकते हैं.
ये जगह अपने सेब के बागों, देवदार के घने जंगलों और ट्रैकिंग के लिए भी जानी जाती है. ठियोग एक शांत हिल स्टेशन है, जहां आप प्राकृतिक नजारों का आनंद लेते हुए एडवेंचर का भी भरपूर मजा ले सकते हैं. यहां के मंत्रमुग्ध कर देने वाले नजारे देखने लायक हैं. ट्रैकिंग, सेब के बागानों की सैर और पहाड़ी डिशेज का स्वाद लेना इस ट्रिप को और भी खास बना सकता है. अगर आप भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर किसी खास ऑफबीट स्पॉट की तलाश कर रहे हैं, तो ठियोग एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है.
ठियोग में घूमने लायक जगहें
हटू पीक: ये ठियोग से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है और 3,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये चोटी ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए बेहतरीन जगह है. यहां से आप हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों और घने जंगलों का शानदार नजारा देख सकते हैं. यहां हटू माता का मंदिर भी है, जिसे देखने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं.
कोटखाई और सेब के बागान: ठियोग और इसके आसपास का क्षेत्र सेब के लिए मशहूर हैं. अगर आप सही समय (जुलाई से अक्टूबर) में यहां जाते हैं, तो आपको सेब से लदे बागान देखने को मिलेंगे. कोटखाई में सेब के बागानों की सैर करना एक यादगार एक्सपीरियंस हो सकता है.
चांसल घाटी: ये ठियोग से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है और यह अपने सुरम्य नजारों, घास के मैदानों और एडवेंचर के लिए मशहूर है. बर्फबारी के दौरान ये जगह बेहद खूबसूरत दिखती है और विंटर स्पोर्ट्स के लिए एकदम सही भी है.
कुप्वी और देवदार के जंगल: अगर आपको शांत और भीड़भाड़ से दूर जगहों पर घूमना पसंद है, तो कुप्वी आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है. यहां के घने देवदार और चीड़ के जंगलों में ट्रैकिंग और जंगल वॉक का आनंद लिया जा सकता है.
टट्टापानी: ये जगह गर्म पानी के कुंडों के लिए मशहूर है और ठियोग से करीब 50 किलोमीटर दूर है. यहां के प्राकृतिक गर्म पानी के झरनों में नहाने से शरीर को आराम और सुकून मिलता है.
ठियोग जाने के लिए सही समय
आप ठियोग को सालभर में कभी भी एक्स्प्लोर कर सकते हैं, लेकिन यहां जाने के लिए सबसे अच्छा समय इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं. अगर आप अप्रैल से जून के बीच जा रहे हैं तो ये समय उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो हल्के ठंडे मौसम का आनंद लेना चाहते हैं. इस दौरान तापमान 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है.
वहीं, जुलाई से सितंबर में यहां रियाली अपने चरम पर होती है, लेकिन लैंडस्लाइड की संभावना भी बनी रहती है, इसलिए इस मौसम में ट्रिप प्लान करने से बचना चाहिए. अगर आप बर्फबारी का मजा लेना चाहते हैं तो अक्टूबर से फरवरी के बीच का समय सबसे अच्छा समय है. दिसंबर और जनवरी में यहां भारी बर्फबारी होती है, जिससे यह जगह बेहद खूबसूरत दिखती है.
ठियोग कैसे पहुंचे?
ठियोग का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट शिमला में हैं, जिसका नाम जुब्बरहट्टी एयरपोर्ट है, जो ठियोग से लगभग 55 किलोमीटर दूर है. वहां से टैक्सी या बस द्वारा ठियोग पहुंचा जा सकता है. ठियोग के सबसे करीब शिमला रेलवे स्टेशन है, जो कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे का हिस्सा है. शिमला से ठियोग तक टैक्सी या बस से आसानी से पहुंचा जा सकता है. ठियोग शिमला से करीब 30 किलोमीटर दूर है और ये शिमला से बाय रोड जुड़ा है. आप शिमला से टैक्सी या सरकारी बस के जरिए ठियोग पहुंच सकते हैं.