रमजान के दौरान खुद को एक्टिव रखने के लिए रूटीन में शामिल करें ये लो-इंटेंसिटी वर्कआउट्स

रमजान के महीने में रोज़ा रखते समय शरीर को एनर्जेटिक और फिट रखना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि दिनभर बिना पानी और खाने के रहना पड़ता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आपको अपनी फिटनेस रूटीन छोड़नी पड़े. ज्यादा थकावट से बचने के लिए लो-इंटेंसिटी वर्कआउट्स को अपने डेली रूटीन में शामिल करें, जिससे आप फिट भी रहेंगे और एनर्जी भी मेंटेन रहेगी.
रमजान के महीने में खुद को फिट और एक्टिव रहना मुश्किल नहीं है, बस आपको अपनी बॉडी को समझकर सही वर्कआउट सिलेक्ट करना होगा. लो-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने से आप एनर्जी मेंटेन रख सकते हैं और रमजान के दौरान भी अपनी हेल्थ का ध्यान रख सकते हैं. ऐसे में अगर आप अपने लिए लो-इंटेंसिटी वर्कआउट्स देख रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है.
वॉकिंग है बेस्ट
रोजा रखने के दौरान हल्की वॉकिंग सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज है. यह शरीर को मूवमेंट में रखती है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करती है और एनर्जी बनाए रखने में मदद करती है. आप सहरी के बाद या इफ्तार से पहले हल्की वॉक कर सकते हैं. अगर आप ज्यादा एक्टिव रहना चाहते हैं, तो ब्रिस्क वॉक (थोड़ी तेज चलना) भी कर सकते हैं, लेकिन खुद को ओवरएक्सर्ट न करें.
योग और स्ट्रेचिंग
रोजे के दौरान शरीर को रिलैक्स और फ्लेक्सिबल बनाए रखने के लिए योग और स्ट्रेचिंग बेहतरीन विकल्प हैं. हल्के योगासन करने से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है, मसल्स रिलैक्स होती हैं और स्ट्रेस भी कम होता है. कैट-काउ स्ट्रेच, चाइल्ड पोज़ और कोबरा पोज़ जैसी आसान योगासन रोजाना 10-15 मिनट करने से शरीर में ताजगी बनी रहती है.
बॉडीवेट एक्सरसाइज (लाइट स्ट्रेंथ ट्रेनिंग)
अगर आप फिटनेस को मेंटेन रखना चाहते हैं, तो हल्की बॉडी वेट एक्सरसाइज जैसे स्क्वाट्स, लंजेस और लेग रेज़ को अपनी रूटीन में शामिल कर सकते हैं. ये एक्सरसाइज बिना किसी वेट के की जा सकती हैं और मसल्स को टोन करने में मदद करती हैं. इन्हें इफ्तार के बाद करना बेहतर रहेगा, ताकि शरीर में कुछ एनर्जी बनी रहे.
ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन
रोजे के दौरान शरीर को रिलैक्स और एक्टिव रखने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करना बहुत फायदेमंद होता है. डीप ब्रीदिंग और अनुलोम-विलोम करने से ऑक्सीजन का लेवल बेहतर होता है, जिससे थकान कम महसूस होती है. रोजाना 10 मिनट मेडिटेशन करने से मेंटल फोकस बढ़ता है और दिनभर एनर्जी बनी रहती है.
लाइट पिलेट्स या लो-इंपैक्ट कार्डियो
अगर आप थोड़ा स्ट्रॉन्ग वर्कआउट करना चाहते हैं, तो लो-इंपैक्ट कार्डियो या लाइट पिलेट्स कर सकते हैं. इसमें जंपिंग नहीं होती, जिससे ज्यादा एनर्जी खर्च नहीं होती और शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी बनी रहती है. लेग लिफ्ट्स, ग्लूट ब्रिज और साइड प्लैंक जैसी एक्सरसाइज रोजाना 10-15 मिनट करने से शरीर एक्टिव रहेगा.