गर्मी-बरसात में घमौरियों और रैशेज से छुटकारा दिलाएंगे ये 4 घरेलू नुस्खे

गर्मी के बाद बारिश से वातावरण में नमी बढ़ जाती है और उच्च आद्रता वाले इस मौसम में त्वचा पर भी बुरा असर होता है. स्किन पर खुजली ज्यादा होने लगना या फिर रैशेज और चकत्ते, घमौरियां होना गर्मी और बरसात के मौसम की त्वचा से जुड़ी आम समस्याएं हैं, लेकिन इन पर तुरंत ध्यान देना जरूरी होता है. नमी और उमस के तापमान के दौरान बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, इसलिए त्वचा पर छोटा सा दाना भी ध्यान न देने पर बढ़ी एलर्जी बन सकता है. कुछ घरेलू नुस्खे ऐसे होते हैं जो स्किन की इन छोटी-छोटी समस्याओं से निजात दिलाने में काफी कारगर रहते हैं.
स्किन केयर के लिए ज्यादातर लोग ऑर्गेनिक चीजों को यूज करना ही पंसद करते हैं, क्योंकि ये चीजें न सिर्फ त्वचा को हील करती हैं, बल्कि केमिकल फ्री होने की वजह से कोई इफेक्ट भी नहीं होता है. इस आर्टिकल में जानेंगे ऐसे ही कुछ आसान से नुस्खों के बारे में जो गर्मी-बरसात को मौसम में स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं.
नीम के पत्ते और छाल का यूज
त्वचा पर अगर खुजली हो रही है या फिर घमौरियां, दानें और पिंपल्स से परेशान हैं तो नीम की पत्तियों को पीसकर लेप बनाकर लगाया जा सकता है या फिर पत्तियां उबालकर उस पानी से रोजाना नहाएं. इसके अलावा नीम की छाल को पत्थर पर घिसकर फेस पर लगा सकते हैं, इससे एक्ने, पिंपल कम होते हैं.
नारियल तेल और कपूर
त्वचा पर होने वाले रैशेज, खुजली और महीन दानों से निजात पाने के लिए नारियल का तेल आपके काफी काम आ सकता है साथ ही पूजा करने वाला कपूर ले लें. इन दोनों चीजों को अच्छी रह से मिलाकर कंटेनर में स्टोर कर लें और रोजाना प्रभावित त्वचा पर लगाएं. इससे काफी आराम मिलता है.
संक्रमण को रोकता है विनेगर
सेब का सिरका भी त्वचा के संक्रमण को रोकने में कारगर है. इसके लिए पानी में सिरके को मिलाएं और इसमें रुई डुबोकर प्रभावित जगह पर लगाएं. इससे त्वचा पर होने वाली खुजली और फंगल फैलाने वाले बैक्टीरिया कम होते हैं. हालांकि ये काफी हार्ड होता है, इसलिए ध्यान रखें कि अगर एलर्जी लग रही है तो पहले डॉक्टर से संपर्क करें.
घमौरियां और खुजली से निजात
त्वचा पर हुए चकत्तों और जलन व खुजली को कम करने के लिए एलोवेरा जेल लगाएं. ये त्वचा को ठंडक दिलाता है और घमौरियों को कम करने में भी कारगर रहता है. इसके अलावा बर्फ की सिकाई करने से भी काफी आराम मिलता है. घमौरियां काफी ज्यादा हो गई हो तो मुल्तानी मिट्टी में एलोवेरा मिलाकर लगाएं.