बच्चों पर चिल्लाना बंद करने के 5 कारण
वर्तमान समय में माता-पिता को कई तरह के तनाव से गुजरना पड़ता है, यह तनाव कभी उनके भविष्य, स्वास्थ्य या फिर रिश्तों से जुड़ा हो सकता है. कई लोग इस प्रकार के तनाव को नहीं झेल पाते हैं और वो अपना गुस्सा अपने बच्चे पर निकाल देते हैं, जिसका बुरा प्रभाव बच्चों पर भी दिखाई देने लगता है. माता-पिता को जब किसी भी प्रकार की परेशानी होती है और अगर बच्चे उन्हें इस दौरान किसी बात को लेकर तंग कर देते हैं, तो कई बार ऐसा देखा जाता है कि माता-पिता अपने बच्चों पर चिल्ला भी देते हैं. अगर आप भी अपने बाहरी तनाव को अपने बच्चे पर चिल्लाकर निकालते हैं, तो इस लेख में आपको यह बताया जा रहा है कि इसका आपके बच्चे पर कैसा प्रभाव पड़ सकता है.
चला जाता है बचपना
जो माता-पिता अपना गुस्सा अपने बच्चे पर निकालते हैं और अक्सर उन पर चिल्लाते हैं, वैसे बच्चों में यह देखा गया है कि वह अपने माता-पिता से डरे हुए रहते हैं और उनके सामने बचपना करना बंद कर देते हैं, क्योंकि उन्हें हमेशा अपने माता-पिता की डांट का डर बना रहता है.
मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर
माता-पिता के बच्चों पर चिल्लाने के कारण, बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. ऐसा करने से बच्चों में दो प्रकार के परिवर्तन देखें जा सकते हैं या तो बच्चा बहुत अधिक जिद्दी हो सकता है या ऐसी घटनाएं बच्चे को पूरा शांत भी कर सकती हैं.
चिड़चिड़ा होना
अगर माता-पिता बच्चों पर ज्यादा चिल्लाते हैं तो कई बार ऐसा भी देखा गया है कि उनका यह बुरा बर्ताव बच्चे को चिड़चिड़ा बना देता है, बच्चा अधिक जिद्दी किस्म का हो जाता है और अपने माता-पिता की बातें नहीं सुनता है.
माता-पिता से दूरी
अगर माता-पिता अपने बच्चे पर अधिक गुस्सा करते हैं, तो यह बच्चे को उनसे दूर कर देता है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादा गुस्सा, बच्चे के अंदर डर कि भावना का विकास कर देता हैं और यह भावना बच्चे को माता-पिता के सामने अपनी बातें खुले रूप से रखने से रोक देती हैं.
बुरी संगति
जब बच्चे अपने माता-पिता से दूर हो जाते हैं और उनसे डरने लगते हैं, तो आम तौर पर ऐसा देखा जा सकता है कि वो किसी बुरी संगति में फंस जाते हैं.